Delhi-Jaipur Highway: दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सफर करने वाले यह खबर जरूर पढ़ लीजिए। आपको बता दें कि दिल्ली-जयपुर हाईवे (Delhi-Jaipur highway) पर सफर पर अब सफर करने से पहले आपको सावधान हो जाना चाहिए। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गुरुग्राम (Gurugram) में बने तीन अंडरपास (Underpass) की दीवारों और सड़कों में बड़ी दरारें आ गई हैं। अगर इन्हें जल्द ठीक नहीं किया गया तो इसकी वजह से बड़ा हादसा हो सकता है।
ये भी पढ़ेंः Noida महामाया फ़्लाइओवर से यमुना एक्सप्रेसवे तक जाम फ़्री..पढ़िए ख़बर
इसकी जानकारी गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) की जांच रिपोर्ट में सामने आई है। जीएमडीए ने यह रिपोर्ट हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल को सौंप है। मुख्य सचिव ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि जीएमडीए को यह अंडरपास सौंपने से पूर्व जांच में मिली सभी कमियों को ठीक करें।
पिछले एक साल से एनएचएआई (NHAI) के अधिकारी इफको चौक, सिग्नेचर टावर, राजीव चौक अंडरपास को रखरखाव के लिए अपने अधीन लेने को लेकर पत्र लिखे हैं। इनमें खामियों की वजह से जीएमडीए अधिकारियों ने रखरखाव करने से मना कर दिया था। इसके बाद एनएचएआई ने मुख्य सचिव के सामने मामला रखा। उनसे आग्रह किया कि जीएमडीए अधिकारियों को इन अंडरपास को अपने अधीन लेने के लिए आदेश दिए जाएं।
इसी साल की 31 जनवरी को इस मामलो मे मुख्य सचिव (Chief Secretary) की अध्यक्षता में मीटिंग हुई थी। इसमें जीएमडीए अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट सामने रखी थी। इसके अनुसार, इफको चौक अंडरपास में बरसाती पानी की निकासी का ठीक से बंदोबस्त नहीं है। जिसके कारण इसकी एक तरफ की दीवार में सीलन की समस्या आ गई है। इफको चौक के साथ-साथ सिग्नेचर टावर, राजीव चौक अंडरपास में दीवारों में दरारें आ गई है। अगर इस दरार को जल्द ही संज्ञान में नहीं लिया जाता है तो भविष्य में इसके कारण बड़े हादसे होंगे। इसके अतिरिक्त तीनों अंडरपास की कंकरीट सड़क में जगह-जगह दरार आ गई हैं। फुटपाथ क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सिग्नेचर टावर और इफको चौक पर राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करने के लिए बनाए गए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) के एस्क्लेटर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं।
अंडरपास के ऊपर लगी शेड क्षतिग्रस्त हो गई है। जिन पिलर पर शेड लगे हैं, वह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जीएमडीए अधिकारियों ने मुख्य सचिव के समक्ष पक्ष रखा कि एनएचएआई अधिकारी इन खामियों को दुरुस्त करें। इसके बाद इसे रखरखाव के लिए शुरु किया जाए।
साल 2023 के फरवरी महीने में जीएमडीए के तत्कालीन सीईओ की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें अंडरपास को अधीन लेने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई थी। दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा होने के कारण इन अंडरपास को जीएमडीए अपने अधीन ले सकता है या नहीं, इसको लेकर हरियाणा सरकार की मंजूरी जरूरी है। इसको लेकर पॉलिसी निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के अधीक्षण अभियंता को सौंपी गई थी।
अरुण धनखड़, मुख्य अभियंता, जीएमडीए ने कहा कि एनएचएआई की ओर से आग्रह किया है कि दिल्ली- जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने अंडरपास का रखरखाव जीएमडीए करे। इन अंडरपास की जांच में बड़ी कमियां मिली हैं। दीवारों और सड़क पर दरार पाई गई हैं। एनएचएआई अधिकारियों को इन खामियों को दुरुस्त करने का आग्रह किया है। इसके बाद इन अंडरपास की रखरखाव के लिए जीएमडीए अपने अधीन लेगी।