Traffic Challan: ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने पर हुआ 10 लाख का चालान
Traffic Challan: अगर आप भी वाहन चालते समय ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) का पालन करने पर 10 लाख से अधिक का चालान किया गया है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से एक अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक शख्स ने अपना दिमाग इस्तेमाल करके दुनिया की सबसे अनोखी ट्रैक्टर-ट्रॉली (Tractor Trolley) बनाई, लेकिन ARTO ने उसका चालान इतना महंगा काटा कि लोग सुनकर हैरान हो जा रहे हैं। इस चालान को न सिर्फ उत्तर प्रदेश का बल्कि देशभर का सबसे महंगा चालान बताया जा रहा है।
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उत्तर प्रदेश में हुआ सबसे महंगा चालान
आपको बता दें कि यूपी के औरैया (Auraiya) जिले में ये अनोखा ट्रैक्टर ट्रॉली बिना किसी डर के हाइवे पर चल रहा था। जब ARTO की नजर इस पर पड़ी तो उनके होश उड़ गए और उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली की चेकिंग की। टैक्टर का रजिस्ट्रेशन कृषि कार्य हेतु था लेकिन ट्रॉली का तो रजिस्ट्रेशन था ही नहीं। जिसके बाद अधिकारी ने एक बार में ट्रैक्टर ट्रॉली का 10 लाख से ज्यादा का चालान किया है। उत्तर प्रदेश में पकड़ाया इस ट्रैक्टर ट्रॉली की बनावट इतनी अजीबोगरीब है कि अधिकारी के साथ-साथ लोग भी काफी हैरान हो गए हैं।
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देश की सबसे अनोखा ट्रैक्टर ट्रॉली
इस ट्रैक्टर ट्रॉली में रेलगाड़ी के चक्के लगाकर उसे हाइवे पर चलाया जा रहा था। जब औरैया जिले में ARTO सुदेश तिवारी की निगाह इस अजीबोगरीब ट्रैक्टर ट्रॉली पर पड़ी तो वो हैरान रह गए। उत्तर प्रदेश का ये मामला खूब चर्चा में है। ट्रैक्टर ऊपर से देखने पर काफी सामान्य लग रहा है लेकिन नीचे से देखते ही ट्रेन के चक्के दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीते 5 सालों से यह ट्रैक्टर गिट्टी बिछाने का काम कर रहा था। इस ट्रैक्टर ट्रॉली को सीज करते हुए 10 लाख 60 हजार रुपए का जुर्माना ठोका गया है।
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ट्रैक्टर ट्रॉली के नाम पर बड़ा खेला
ARTO सुदेश तिवारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 22 जनवरी को लगभग 3:30 बजे वह एक शासकीय कार्य से NH 19 पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की ओर रवाना हो रे थे। जब वह औरैया से होकर निकल रहे थे तो उन्होंने एक ट्रैक्टर ट्रॉली देखा जिसपर उन्हें शक हुआ। जब उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली को रुकवा तो जांच में पता चला कि ट्रैक्टर राजस्थान नंबर का है और ट्राली अनरजिस्टर्ड है। ट्रैक्टर ARTO नागौर में रजिस्टर्ड है। जब ड्राइवर को कागज दिखाने के लिए कहा गया तो वो कोई कागज नहीं दिखा पाया और कहने लगा कि, 85 हजार रुपए महीने पर रेलवे ठेकेदार ने अपने यूज के लिए ट्रैक्टर लिया है।
पिछले 5 साल से यूपी में कर रहा है व्यवसाय
इस ट्रैक्टर से पिछले 5 सालों से व्यवसाय किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि ट्रॉली की वहन क्षमता लगभग 33 टन है जो कि 12 चक्का के बराबर होता है। इसी के आधार पर हमने इसका एसेसमेंट किया। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि राजस्थान में यह ट्रैक्टर एग्रीकल्चर पर्पस के लिए रजिस्टर्ड है जो कि टैक्स फ्री होता है। यह ट्रैक्टर कई जिलों से होकर गुजरता हुआ औरेया तक पहुंचा है। इस तरह के ट्रैक्टर ट्रॉली से दुर्घटना होने की काफी संभावना बढ़ जाती है। ट्रॉली को गवर्नमेंट द्वारा अप्रूव्ड एजेंसी या मैन्युफैक्चरर ने नहीं बल्कि देसी उद्योग से बनवा लिया गया है।