Supertech: सुपरटेक लिमिटेड के प्रोजेक्ट्स (Projects) में फंसे 26,000 घर खरीदारों (Home Buyers) के लिए खुशी और उम्मीद का एक नया दौर शुरू हुआ है। बता दें कि पिछले 15 वर्षों से अपने घर का इंतजार कर रहे इन खरीदारों को अब राहत मिली है, क्योंकि हाल ही में सुपरटेक (Supertech) के चार प्रमुख प्रोजेक्ट्स का आधिकारिक रूप से हैंडओवर एनबीसीसी (नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन) को कर दिया गया है। इसके साथ ही बाकी के 12 प्रोजेक्ट्स भी जल्द ही एनबीसीसी को सौंपे जाएंगे।
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सुप्रीम कोर्ट में घर खरीदारों ने सुपरटेक लिमिटेड के फोरेंसिक ऑडिट की मांग करते हुए एक प्रार्थना भी दाखिल की है। यह आवेदन सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सुनील जे मैथ्यू द्वारा तैयार किया गया था और मारीश प्रवीर सहाय (एओआर सुप्रीम कोर्ट) द्वारा दायर किया गया था। गुलशन कुमार बनाम ई-फाइल मामले की स्थिति राम किशोर अरोड़ा, सुपरटेक लिमिटेड के निलंबित निदेशक। और ओ.आर.एस. ई-फाइलिंग नंबर ECSCIN01036642025 दिनांक 25-01-2025 के साथ – डायरी नंबर 47152025 और सुपरटेक इको विलेज 3 वेलफेयर एसोसिएशन ई-फाइलिंग नंबर ECSCIN01036702025 दिनांक 25-01-2025 के साथ डायरी नंबर 47212025 के साथ दायर किया गया है।
एनबीसीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (फाइनेंस) विजय वी के चौधरी ने कहा कि एनबीसीसी का संकल्प है कि वह सुपरटेक के सभी घर खरीदारों को उनका घर बना कर देगा। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इन घर खरीदारों ने 15 सालों तक अपने घर का इंतजार किया है।
सुपरटेक प्रोजेक्ट्स में फंसे खरीदारों की समस्याएं
सुपरटेक की विभिन्न परियोजनाएं, जो 2010 में शुरू हुई थीं, अब तक अधूरी पड़ी हैं। इन परियोजनाओं में अधिकांश घर खरीदारों ने अपनी राशि का 95% या उससे अधिक पैसे सुपरटेक को चुका दिए हैं, फिर भी वे अपने घर का पजेशन नहीं पा सके हैं। इनमें से कई घर खरीदार न केवल ईएमआई दे रहे हैं, बल्कि किराए पर भी पैसे खर्च कर रहे हैं। इसके साथ ही, वे इनकम टैक्स में ब्याज का फायदा भी नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें घर का पजेशन नहीं मिला है। जिन खरीदारों को घर मिल भी गए हैं, वे अधूरी बनी सोसायटी में अव्यवस्था और कुप्रबंधन का शिकार हैं।
होम बायर ने क्या कहा?
होम बायर आयोग रस्तोगी ने बताया ये हमारी सुप्रीम कोर्ट की प्रार्थना भी होमबायर के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए है, और हमारी ये लडाई आने वाले पीढ़ियों के अधिकारों का भविष्य में हनन न हो ये सुनिश्चित करेगी। गलत कृत्य के खिलाफ खड़े होने के लिए आत्मविश्वास, साहस और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है, जबकि अपने अधिकारों की लड़ाई से पीछे हटना या चुप रहना बहुत आसान है, लेकिन कुछ व्यक्ति अपने लिए नहीं बल्कि समाज की व्यापक भलाई के लिए लड़ना चुनते हैं। यह केवल आप खुद ही सुनिश्चित कर सकते है के आप कौन सा पथ चुनना चाहते हैं।
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हम अतीत के स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल होने के लिए पुराने समय में वापस नहीं जा सकते हैं, लेकिन इस अन्याय के खिलाफ हम आज इस लड़ाई का हिस्सा बन सकते हैं। घर खरीदारों ने सभी से अपील की है कि वे अपने अधिकारों और शक्ति का उपयोग कर सुपरटेक के 15 वर्षों से पीड़ित घर खरीदारों के पक्ष में खड़े हों और इस संघर्ष में उनका समर्थन करें।

