Air Pollution: उत्तर प्रदेश के तीन शहर देश के सबसे प्रदूषित शहरों में चिह्नित किए गए हैं। आपको बता दें कि ये तीन शहर नोएडा (Noida), गाजियाबाद (Ghaziabad) और मेरठ (Meerut) हैं। इन शहरों में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। इन तीनों जिलों को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के ताजा सर्वे में प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल किए गए हैं। हवा में प्रदूषण का स्तर 400 के पार जा पहुंचा है, यानी बेहद गंभीर हालत में दिखाई दे रहा है। PM2.5 प्रदूषण के मामले में नोएडा, मेरठ और गाजियाबाद क्रमश: 5वें, 6वें और 7वें स्थान पर हैं। लेकिन नोएडा में PM2.5 का स्तर 2019 में 113.8 ug/m से कम होकर 2023 में 83.6 ug/m हो गया है, फिर भी इसमें प्रदूषण का लेवल हाई है।
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ठीक इसी प्रकार मेरठ शहर में भी PM2.5 का स्तर 2019 में 140 ug/m से कम होकर इस साल 81.2 ug/m हो गया है। पीएम 10 प्रदूषण के मामले में सबसे प्रदूषित शहरों में नोएडा और गाजियाबाद 4 और 5 स्थान पर हैं, जबकि मेरठ का स्थान 7वां है। साल 2019 में 216.6 ug/m से 2023 में 194 ug/m और इसी अवधि के दौरान गाजियाबाद का PM10 स्तर 243.3 ug/m से कमहोकर 184.3 ug/m हो गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा बनाए गए निरंतर वायु गुणवत्ता मॉनिटरों के डेटा के विश्लेषण से जानकारी मिली कि वाराणसी ने 2019 और 2023 के बीच पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में सबसे महत्वपूर्ण कमी हासिल की है। वाराणसी ने पीएम 2.5 में रेकॉर्ड 72% (96 ug/m से 26.9 ug/m तक) की कमी देखी है। वहीं PM-10 में 69% की कमी के साथ दोनों प्रदूषकों के लिए 40% की कटौती के अपनेलक्ष्य को 2026 से पहले ही पार कर लिया है।