Patna News: पटना उच्च न्यायालय को एक नया मुख्य न्यायाधीश मिला है। पटना हाईकोर्ट के नए न्यायमूर्ति पवन कुमार भीमप्पा बजंतरी को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने रविवार को राजभवन में शपथ दिलाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को न्यायमूर्ति बजंतरी की नियुक्ति को मंजूरी दी थी। इस अवसर पर सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, न्यायपालिका एवं राजनीतिक जगत की कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं।
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बिहार की न्यायिक व्यवस्था को मिलेगा लाभ
पवन कुमार भीमप्पा बजंतरी पटना उच्च न्यायालय के 46वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं। न्यायमूर्ति बजंतरी को पटना उच्च न्यायालय और बिहार की न्यायपालिका में एक नई ऊर्जा और नई दिशा के संचार के रूप में देखा जा रहा है। देश के कई उच्च न्यायालयों में उनके लंबे कानूनी अनुभवों का लाभ अब बिहार की न्यायिक व्यवस्था को मिलेगा। दरअसल पटना उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपुल एम। पंचोली को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. न्यायमूर्ति पंचोली का कार्यकाल लंबा होगा और वे अक्टूबर 2031 से मई 2033 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में भी कार्य करेंगे।
पवन कुमार भीमप्पा बजंतरी ने सबसे पहले 1990 में कर्नाटक उच्च न्यायालय की बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकन कराया। इस अवधि के दौरान, उन्होंने विभिन्न कानूनी शाखाओं में वकालत की और कर्नाटक लोक सेवा आयोग की ओर से उच्च न्यायालय में पेश हुए। उसके बाद 2 जनवरी, 2015 में उन्हें कर्नाटक उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 16 मार्च, 2015 को, उनका स्थानांतरण पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में हो गया. लगभग साढ़े तीन साल बाद, 17 नवंबर, 2018 को, वह अपने मूल कर्नाटक उच्च न्यायालय में लौट आए।
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बेंगलुरु के एसजेआर लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री ली
बता दें कि पटना हाईकोर्ट के नए न्यायाधीश पवन कुमार भीमप्पा बजंत्री का जन्म 23 अक्टूबर, 1963 को हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा धारवाड़ स्थित विद्यावर्धक संघ में प्राप्त की, जो एक 135 वर्ष पुराना कन्नड़ सांस्कृतिक संगठन है. उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा कर्नाटक लिंगायत शिक्षा समिति से संबद्ध स्कूलों में पूरी की। स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, उन्होंने बेंगलुरु के एसजेआर लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की।

