Noida: Jaypee Wish Town के घर खरीदारों से जुड़ी बड़ी खबर पढ़िए
Noida News: नोएडा के जेपी विश टाउन (Jaypee Wishtown ) के हजारों फ्लैट खरीदारों (Flat Buyers) से परेशानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। आपको बता दें कि जेपी विश टाउन के घर खरीदारों के सपनों पर एक बार फिर संकट के बादल छा गए हैं। सेक्टर -128, 129 और 130 के निवासियों ने सुरक्षा समूह के खिलाफ एनसीएलटी (NCLT) में याचिका दायर कर दी है।
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सुरक्षा समूह पर लगे हैं ये आरोप
एस्क्रो खाते न खोलना
3,000 करोड़ रुपये के निर्माण फंड जुटाने में विफलता
नौ परियोजनाओं में निर्माण कार्य की धीमी प्रगति
रखरखाव शुल्क में अनावश्यक वृद्धि
श्रमिकों और ठेकेदारों को भुगतान में देरी
क्या है वर्तमान स्थिति
दो वरिष्ठ प्रबंधकों का इस्तीफा
97 टावरों में से केवल 41 के लिए निविदाएं जारी
आईआईटी दिल्ली की संरचनात्मक ऑडिट रिपोर्ट अप्रकाशित
बिना बिके फ्लैट्स की कीमत 4,575 से बढ़कर 8,000 रुपये प्रति वर्ग फुट
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20,000 घर खरीदार परेशान
जेपी इंफ्राटेक (Jaypee Infratech) रियल एस्टेट अलॉटीज वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष के मुताबिक, सुरक्षा समूह ने साल 2024 के मई में जेआईएल का अधिग्रहण किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। हालांकि सुरक्षा समूह ने देरी का कारण GRAP IV को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों को बताया है, लेकिन फ्लैट बायर्स का कहना है कि समस्याएं इससे पहले से ही मौजूद थीं। मामले की अगली सुनवाई 8 जनवरी, 2025 को एनसीएलटी में होगी, जहां लगभग 20,000 परेशान घर खरीदारों को न्याय की उम्मीद है।
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एक दशक से घर खरीदार कर रहे हैं इंतजार
सुरक्षा द्वारा दी गई योजना के बाद भी फ्लैटों का निर्माण कार्य न केवल धीमा है, वहीं ज्यादातर परियोजनाओं में निर्माण कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, होमबायर्स करीब एक दशक से इस प्रोजेक्ट के लटकने का सामना कर रहे हैं। जेपी इंफ्राटेक रियल एस्टेट अलॉटीज वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष आशीष मोहन गुप्ता का कहना है कि अब तक कोई भी फंड जुटाया नहीं गया है, सुरक्षा को 9 पेंडिंग परियोजनाओं के निर्माण के लिए 3,000 करोड़ रुपये की व्यवस्था करनी थी।
56 टावरों पर अब तक कोई प्रगति नहीं
आपको बता दें कि फ्लैट खरीदारों ने यह भी आरोप लगाया है कि सुरक्षा द्वारा योजना की मंजूरी के चौथे महीने में निर्माण गति बढ़ाने के वादों के बाद भी निर्माण गतिविधियां पूरी तरह से बंद हो गई हैं। आईआरपी के कार्यकाल के दौरान किए गए सीमित कार्य, पिछले ठेकेदार को हटाने के बाद बंद हो गए। 9 परियोजनाओं में 97 टावरों के निर्माण का काम था, लेकिन अगस्त 2024 तक केवल 41 टावरों के लिए निविदाएं जारी की गईं, वहीं बाकी 56 टावरों पर अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है।

