Noida: पर्थला फ़्लाइओवर से सफर करने वाले लोगों के लिए अच्छी और बड़ी खबर
Noida News: पर्थला फ़्लाइओवर से जुड़ी बड़ी और अच्छी खबर सामने आ रही है। बता दें कि नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) शहर के लोगों को ट्रैफिक जाम (Traffic jam) से बचाने के लिए एक बड़ी परियोजना को हरी झंडी दी है। आपको बता दें कि पर्थला सिग्नेचर ब्रिज (Perthala Signature Bridge) के नीचे 710 मीटर लंबा अंडरपास बनाने की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है।
ये भी पढ़ेंः Supertech Ev1: 2 AR..कितने TR..लिस्ट है तैयार

किसान चौक और मेरठ एक्सप्रेसवे के बीच नहीं मिलेगा जाम
अंडरपास (Underpass) बनाने की अनुमानित लागत 82.50 करोड़ रुपये है, जिसे डिम्ट्स द्वारा विस्तृत रूप से बनाया जाएगा। वर्तमान में योजना का विस्तृत प्लान प्राधिकरण के सीईओ के सामने विचाराधीन है। अंडरपास बनाने का प्राथमिक उद्देश्य किसान चौक और मेरठ एक्सप्रेसवे के बीच ट्रैफिक को जाम फ्री बनाना है। एफएनजी-फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद मार्ग पर निर्माणाधीन यह अंडरपास छिजारसी क्षेत्र में भविष्य की ट्रैफिक समस्या का समाधान करेगा। इससे लोग ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर आसानी से आ-जा सकेंगे। अंडरपास के बनने से सिग्नेचर ब्रिज से किसान चौक जाने का रास्ता भी सही हो जाएगा।
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
भविष्य में होने वाले ट्रैफिक दबाव को देखते हुए प्लान तैयार
नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के अधिकारियों ने जानकारी दी कि वर्तमान में एनएफजी के अपूर्ण होने के कारण गोल चक्कर पर जाम की समस्या नहीं रहती है। लेकिन भविष्य में होने वाले ट्रैफिक दबाव को देखते हुए यह परियोजना बहुत ही महत्वपूर्ण है। सिग्नेचर ब्रिज पर्थला गोल चक्कर से सेक्टर-71 अंडरपास की दिशा में जाता है, जहां यह नया अंडरपास ट्रैफिक मैनेजमेंट में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
ये भी पढ़ेंः Noida: 5 स्टार होटल में लंच या डिनर करवाने के लिए फ़ोन आए तो…?
मेरठ एक्सप्रेसवे की ओर जाना होगा आसान
इस अंडरपास से फेज टू, सोरखा की ओर से आकर छिजारसी के सामने से होकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की ओर आसानी से जा सकेंगे। अभी छिजारसी के सामने कभी कभी लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है।
गोलचक्कर संवारने का हो रहा है काम
पर्थला गोलचक्कर का सौंदर्यीकरण करने का भी तेजी से चल रहा है। प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि इसके सौंदर्यीकरण का काफी काम हो गया है। कुछ काम बाकी है, इसको भी जल्द कराया जाएगा।

