Noida News: उत्तर प्रदेश में सड़क यातायात को एक नई रफ्तार मिलने जा रही है।
Noida News: उत्तर प्रदेश में यात्रियों (Passengers) के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी में 45 हजार करोड़ रुपये की लागत से नोएडा-लखनऊ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Noida-Lucknow Greenfield Expressway) को मंजूरी मिल गई है। इस हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे (High-Speed Expressway) के बनने के बाद नोएडा से लखनऊ का सफर, जो अभी 7-8 घंटे का है, मात्र 2.5 से 3 घंटे में पूरा हो सकेगा। आइए जानते हैं इस मेगा प्रोजेक्ट की खास बातें…

एक्सप्रेसवे का रूट और लंबाई
यह नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) नोएडा-सजेती-लखनऊ कॉरिडोर को जोड़ेगा। इसकी कुल लंबाई करीब 530 किलोमीटर होगी। यह पूरी तरह नया और जाम-मुक्त रूट होगा, जो गाजियाबाद, बुलंदशहर, कासगंज, और हरदोई होते हुए लखनऊ तक जाएगा।
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हाई-स्पीड यात्रा की सुविधा
इस एक्सप्रेसवे की खासियत होगी इसकी रफ्तार। यह 6 लेन की हाई-स्पीड सड़क होगी, जो 120 किमी/घंटा की गति को सपोर्ट करेगी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अनुसार, इस रूट से नोएडा से लखनऊ का सफर 3 घंटे से भी कम समय में पूरा हो सकेगा।
लागत और निर्माण की समयसीमा
इस प्रोजेक्ट पर 45 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें भूमि अधिग्रहण, सड़क निर्माण, फ्लाईओवर, पुल, इंटरचेंज, टोल प्लाजा, और स्मार्ट सुविधाएं शामिल हैं। निर्माण कार्य 2026 की शुरुआत में शुरू होगा और 2029 तक इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यह प्रोजेक्ट पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा।
आधुनिक सुविधाएं
इस एक्सप्रेसवे (Expressway) पर कोई रेड लाइट नहीं होगी। इसमें फास्टैग आधारित डिजिटल टोल कलेक्शन, सीसीटीवी निगरानी, ट्रैफिक कंट्रोल कमांड सेंटर, एंबुलेंस स्टैंड, ईवी चार्जिंग स्टेशन, हाईवे नॉलेज हब, और मल्टी-सर्विस एरिया होंगे। हर 50-60 किमी पर फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन, और रेस्ट एरिया भी बनाए जाएंगे।
पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन
यह एक्सप्रेसवे पर्यावरण अनुकूल होगा। इसके दोनों किनारों पर ग्रीन बेल्ट, ध्वनि पॉल्यूशन के लिए साइलेंस बैरियर, ड्रिप इरिगेशन प्लांटेशन, सोलर लाइट्स, और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होंगे।
किसे होगा फायदा?
यह प्रोजेक्ट (Project) दिल्ली-NCR और लखनऊ या पूर्वांचल के बीच नियमित यात्रा करने वाले लाखों लोगों के लिए वरदान साबित होगा। नौकरीपेशा, व्यापारी, टूरिज्म इंडस्ट्री, और फ्रेट ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा। यह यूपी की आर्थिक कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा।
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यात्रियों की प्रतिक्रिया
नोएडा और लखनऊ (Noida and Lucknow) के बीच रोजाना सफर करने वाले यात्रियों ने इस खबर को राहत भरी बताया। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बाद यह नया रूट लखनऊ को सीधे नोएडा-दिल्ली से जोड़ेगा, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग मिलेगा।

