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Noida: फ़ोन पर लोन-इंश्योरेंस के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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Noida: फ़ोन पर लोन-इंश्योरेंस देने वालों से हो जाएं सावधान, नहीं तो…

Noida News: अगर आपके पास भी फोन पर लोन-इंश्योरेंस के लिए कॉल आता है तो जरा सावधान हो जाइए, नहीं तो आप भी ठगी के शिकार हो सकते हैं। आपको बता दें कि इन दिनों साइबर क्राइम खूब बढ़ गया है। हर दिन बहुत लोग साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं। साइबर ठगों (Cyber Thugs) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। उत्तर प्रदेश के नोएडा फेज वन थाना पुलिस टीम ने सेक्टर दो में लोन दिलाने, इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) और निवेश के नाम पर ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। इस कॉल सेंटर (Call Center) का सरगना और दो महिलाओं समेत 8 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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500 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी

नोएडा सेक्टर 20 (Noida Sector 20) थाना क्षेत्र के शोरूम से चोरी सोने की जांच से मिले इनपुट से पुलिस आरोपितों के पास तक पहुंच गई। कई महीने से चल रहे कॉल सेंटर के ठग 500 से ज्यादा लोगों से 6 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। डीसीपी नोएडा (DCP Noida) रामबदन सिंह ने जानकारी दी कि सेक्टर 20 और फेज वन थाना पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से सेक्टर दो स्थित बिल्डिंग में वीएचए इन्वेस्टर नाम से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Center) का खुलासा किया है। यहां से 8 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

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बीटेक, एमए और बीएड की डिग्री है

गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान बिहार दरभंगा व सेक्टर 19 के गणेश ठाकुर, मनीष कुमार झा, दिल्ली कॉलकाजी गिरी नगर के परवेज आलम, पश्चिम बंगाल वर्धमान के प्रभाष झा, कानपुर देहात के शुभम यादव, बनारस मानस नगर के ज्ञानेंद्र, एटा नंगला तुला की शबनम व इटावा छितौनी की अराधना के रूप में हुई।

बता दें कि सभी कुछ दिन पहले ही नोएडा (Noida) और दिल्ली में रहने के लिए आए हैं। आरोपित बीए, बीबीए, इंटरमीडिएट, बीटेक, एमए व बीएड पास हैं। इनसे 17 मोबाइल, सीपीयू, 4 रजिस्टर, 21 एटीएम कार्ड, 5 वोटर आईडी कार्ड, 6 आधार कार्ड, 3 पेन कार्ड, 1 डीएल, जीएसटी और पंजीकरण प्रमाणपत्र, रेंट एग्रीमेंट और 2,660 रुपये बरामद हुए। गणेश गिरोह का सरगना है वहीं मनीष और प्रभाष साझेदार हैं। बाकी के लोग प्रतिशत पर रखे हुए थे।

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इस प्रकार करते थे ठगी

एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने जानकारी दी कि विभिन्न माध्यमों जैसे जस्ट डायल से लोन और इंश्योरेंस वाले लोगों का डाटा हासिल कर लेते थे। विभिन्न बैंकों का कर्मचारी बताते हुए अपने-अपने नाम शबनम-पूजा शर्मा, अराधना-रिंकी वर्मा, गणेश-सुरेश आदि नाम बताकर लोगों के पास कॉल करते थे। वाट्सएप पर मैसेज कर संपर्क करते। लोगों को आसान शर्तों पर लोन, इंश्योरेंस देने का विश्वास दिलाकर 10-15 प्रतिशत धनराशि ऐंठ लेते थे। साथ ही लोन भी उपलब्ध नही कराते थे और संपर्क खत्म कर देते थे। टैक्स, आरबीआई और इरडा के दस्तावेज भेजकर भी धनराशि ऐंठी जाती थी। कुछ ग्राहकों को उनका पैसा शेयर बाजार में निवेश करने के नाम पर भी ठगी कर लेते थे।

आरोपित आरबीआई (RBI) और भारत सरकार से संबंधित प्रपत्रों को भेजकर लोगों का भरोसा हासिल कर लेते थे। नोएडा सेक्टर 18 स्थित रघुनंदन ज्वैलर्स के सेल्समैन नरेश कुमार से 1 करोड़ रुपये पश्चिम बंगाल के फर्जी खाते में ट्रांसफर करवाए गए थे। इनके पास से मिले दो बैंक खातों के अलावा हजारों ग्राहकों के डाटा से जानकारी जुटाई जा रही है।

कंपनी से चोरी हो गए 42 मोबाइल फोन

वहीं एक दूसरे मामले में सेक्टर 63 थाना क्षेत्र के डी ब्लॉक स्थित एफआई इन्फोसाल्यूशन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कपंनी परिसर से 42 मोबाइल चोरी की घटना सामने आ रही है। कंपनी प्रतिनिधि की तरफ से प्रबंधक व स्टोर प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है।
कपंनी प्रतिनिधि विनोद सिरोही ने दर्ज कराई रिपोर्ट में जानकारी दिया है कि उनकी कंपनी में राजेश राय प्रबंधक व राकेश मंडल स्टोर प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। यह दोनों काफी समय से कंपनी में कार्यरत थे। आरोप है कि दोनों ने सांठगांठ कर कंपनी परिसर से 42 मोबाइल चोरी कर लिये। रिकार्ड से मिलान कराने पर चोरी होने का पता चला।
जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों के कार्यकॉल में मोबाइल चोरी हुए हैं। यह चोरी 26 अक्टूबर से अब तक हुई। आरोपित चोरी को लेकर कुछ भी नहीं बता रहे हैं। इससे कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान का सामना करना पड़ा है। थाना प्रभारी निरीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच कराई जा रही है। जल्द ही घटना का पटाक्षेप् किया जाएगा।