Medical स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है।
Medical Students News: मेडिकल स्टूडेंट्स (Medical Students) के लिए अच्छी खबर है। मेडिकल स्टूडेंट्स अब काउंसलिंग (Counselling) के बाद भी सीट छोड़ सकेंगे। बता दें कि सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में MD-MS में दाखिला लेने जा रहे डॉक्टरों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। अब काउंसलिंग के पहले 2 चरण तक प्रवेश लेने के बाद सीट छोड़ने पर उनके ऊपर अब सीट लीविंग बांड (Leaving Bond) लागू नहीं होगा।अब यह मॉप-अप राउंड से प्रभावी होगा। पढ़िए पूरी खबर…
ये भी पढ़ेः Private Medical College: भारत के कम फीस वाले टॉप मेडिकल कॉलेज
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
आपको बता दें कि पिछले साल तक दूसरे चरण में दाखिला लेने के बाद सीट छोड़ने पर सीट लीविंग बांड (Leaving Bond) लागू कर दिया जाता था। इसमें सरकारी कॉलेज (Government Colleges) में दाखिला लेने वाले को 30 लाख रुपये और प्राइवेट कॉलेज वालों को पूरे पाठ्यक्रम की शुल्क बांड राशि के रूप में जमा करानी होती थी। अभ्यर्थी अच्छा कॉलेज या विषय मिलने के बाद भी रिजाइन नहीं दे पाते थे। MBBS में पहले ही यह व्यवस्था लागू हो चुकी है।
बता दें कि पिछले सेशन में सरकारी कॉलेजों में PG की 1262 और प्राइवेट कॉलेजों (Private Colleges) में 830 सीटें थीं। इस साल सरकारी और निजी दोनों कॉलेजों में कुछ सीटें बढ़ने की संभावना हैं। प्रवेश के नियमों में यह भी निश्चित किया गया है कि अभ्यर्थियों को केवल एक बार ही रजिस्ट्रेशन (Registration) का मौका दिया जाएगा। MBBS में दूसरी बार भी मौका दिया जाता था। MD-MS में प्रवेश के लिए 2 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
ये भी पढ़ेः Punjab: किस कॉलेज ने दी Google में प्लेसमेंट! जिसकी हर तरफ हो रही चर्चा, पढ़िए पूरी खबर
काउंसलिंग कार्यक्रम जारी नहीं
अखिल भारतीय कोटे की सीटों का कार्यक्रम अब तक जारी नहीं होने से चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने भी अभी काउंसलिंग के कार्यक्रम को शुरू नहीं किया है। पहले चरण की काउंसलिंग में सीट वितरण इसी महीने से होने के आसार हैं।