Loan Settlement के फायदे और नुकसान: क्या यह सही विकल्प है?
Loan Settlement: अकसर लोग अपनी फाइनेंशियल (Financial) जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेते हैं। होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन जैसे विभिन्न प्रकार के लोन होते हैं, जिनकी मासिक ईएमआई (EMI) तय की जाती है। लेकिन कभी-कभी ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं कि हम उस मासिक ईएमआई का भुगतान नहीं कर पाते। ऐसी स्थिति में बैंक लोन सेटलमेंट (Bank Loan Settlement) का विकल्प देता है, लेकिन क्या लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) वास्तव में राहत का उपाय है? आइए जानते हैं इसके फायदे और नुकसान।
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लोन सेटलमेंट से मिलती है राहत
जब हम लोन नहीं चुका पाते, तो बैंक (Bank) सबसे पहले जुर्माना के साथ लोन चुकाने के लिए कहता है। अगर हम फिर भी नहीं चुका पाते, तो बैंक सेटलमेंट (Bank Settlement) का विकल्प प्रस्तुत करता है। यह एक तरह से कम राशि में लोन को चुकता करने का अवसर होता है, जिससे लोन की चिंता कुछ हद तक कम हो जाती है। यह वन टाइम सेटलमेंट की श्रेणी में आता है और रिकवरी एजेंसियों से छुटकारा भी मिल जाता है।
लोन सेटलमेंट के नुकसान
हालांकि लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) से तत्काल राहत मिल सकती है, लेकिन इसके कई गंभीर नुकसान भी हैं। सेटलमेंट को लोन क्लोजर नहीं माना जाता। यह बैंक के लिए फंसे हुए रुपये निकालने का एक तरीका होता है।
भविष्य में लोन मिलने में हो सकती है समस्या
लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) करने पर बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट को सिबिल एजेंसी के पास भेजता है, जिससे आपका सिबिल स्कोर प्रभावित होता है। इससे यह संदेश जाता है कि आप पैसों को वापस करने में सक्षम नहीं हैं, और भविष्य में बैंक आपको लोन देने से कतराते हैं। लोन सेटलमेंट करने से आपका सिबिल स्कोर 100 अंक तक गिर सकता है और यह खराब रेटिंग अगले सात साल तक बनी रहती है।

क्या करें अगर लोन सेटलमेंट न करें तो?
अगर आप लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो सबसे अच्छा होगा कि आप लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) का ऑप्शन चुनने से बचें। अगर स्थिति ज्यादा बिगड़ जाए, तभी सेटलमेंट का विकल्प चुनें। अन्यथा, बेहतर होगा कि आप अपने पास पैसे आने का इंतजार करें या फिर किस्तों को पुनर्निर्धारित करने के लिए बैंक से अनुरोध करें, ताकि आपका सिबिल स्कोर न बिगड़े।
सेटलमेंट के बाद भी सिबिल स्कोर सुधार सकते हैं
अगर आपने मजबूरी में लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) किया है तो भी आप सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को सुधार सकते हैं। जब आपके पास पर्याप्त पैसे हों, तो आप बैंक में जाकर पुराने ड्यू प्रिंसिपल, इंटरेस्ट, पेनाल्टी व अन्य शुल्क का भुगतान कर सकते हैं। इसके बाद बैंक से नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपका सिबिल स्कोर फिर से सुधर सकता है।
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बता दें कि लोन सेटलमेंट (Loan Settlement) एक तात्कालिक समाधान हो सकता है, लेकिन इसके लंबे समयवाले प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह भविष्य में लोन प्राप्त करने में मुश्किलें पैदा कर सकता है, इसलिए यदि संभव हो, तो लोन सेटलमेंट से बचने की कोशिश करें।

