Lok Sabha इलेक्शन के दौरान पंजाब के पोलिंग बूथों पर ‘तीसरी आँख’ से नजर

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Lok Sabha Elections: लोक सभा इलेक्शन के दौरान पंजाब के पोलिंग बूथों (Polling Booths) पर ‘तीसरी आँख’ से नजर रखी जाएगी। लोक सभा मतदान (Lok Sabha Voting) 2024 में चुनाव प्रक्रिया को और कुशल और पारदर्शी बनाने के मद्देनजर पंजाब के मुख्य चुनाव दफ़्तर की तरफ से राज्य के सभी 24,433 पोलिंग स्टेशनों पर वैबकास्टिंग (Webcasting) समेत आईटी आधारित कई अन्य नयी पहलकदमियां शुरू की गई हैं।
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इन नयी पहलकदमियों में वोटरों (Voters) की सुविधा के लिए कई मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट की शुरुआत, वोटरों को फोन के द्वारा चुनाव उल्लंघनों सम्बन्धी रिपोर्ट करने की सुविधा और पोलिंग स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगा कर ईवीएम के लाने-ले जाने की निगरानी करना शामिल है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी (Sibin C) ने बताया कि पोलिंग स्टेशनों की 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग के द्वारा निगरानी की जायेगी। जिससे चुनाव प्रक्रिया को उचित और पारदर्शी ढंग के साथ पूरा किया जा सके। उन्होंने बताया कि आगामी लोक सभा मतदान के लिए सभी 24,433 पोलिंग बूथों के अंदर सीसीटीवी निगरानी को यकीनी बनाया जायेगा। इसके अलावा सभी 13 हलकों जहां तीन या इससे अधिक पोलिंग स्टेशन हैं, 1884 पोलिंग स्टेशनों के बाहर भी कैमरे लगाए जाएंगे।

सिबिन सी ने कहा कि इस बार मतदान को और सुयोग्य ढंग से सम्पूर्ण करने के लिए नवीन जिला सूचना प्रणाली ( DISE) को शामिल किया गया है। इसका प्रयोग मतदान के सभी पहलुओं का प्रबंधन करने, पोलिंग स्टाफ का डाटा इकट्ठा करने से लेकर रिहर्सलों की समय-सारणी तक, पोलिंग स्टाफ की रैंडमाइजेशन और गिनती करने के लिए किया जायेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इस आधुनिकीकरण का उद्देश्य मतदान को और ज्यादा कुशल, पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Chief Electoral Officer) ने कहा कि इस वेब एप्लीकेशन का प्रयोग एपीआईज़/ सीएसवी/ ऐक्सल फाइलों के प्रयोग के द्वारा अतिरिक्त ऐपलीकेशनों से उपलब्ध कर्मचारी डाटा को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती करके शुरुआती पड़ाव के बाद स्टाफ की कमी के उचित प्रबंधन में भी सहायता मिलेगी।

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एक अन्य पहलकदमी के बारे बताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि फ्लाइंग स्क्वाड वाहनों (FSV) से लाइव स्ट्रीमिंग के द्वारा और स्टैटिक सर्विलांस टीमें चुनाव प्रक्रिया के दौरान आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की चौकसी से निगरानी कर रही हैं। चुनाव सम्बन्धी गतिविधियों की कुशलता को बढ़ाने के लिए पोलिंग पार्टियों को तैनात करने और वोटिंग जानकारी को अपडेट करने के लिए इस्तेमाल की जाती पोल गतिविधि प्रबंधन प्रणाली (PAMS) में संशोधन किया गया है। यह मोबाइल एप रियल टाइम डाटा प्रदान करेगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Chief Electoral Officer) ने आगे कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग की और नयी पहलकदमियों सहित वोटर हेल्पलाइन एप नागरिकों को वोटर सूची में अपना नाम ढूंढने, आनलाइन फार्म जमा कराने, अपनी डिजिटल फोटो वोटर स्लिप डाउनलोड करने, शिकायतें दर्ज करने और उन शिकायतों के अपने मोबाइल पर जवाब प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है।

इसी तरह एक अन्य महत्वपूर्ण पहलकदमी के रूप में एक मोबाइल एप्लीकेशन – ‘नौ योर कैंडीडेट’ है, जो वोटरों को किसी भी उम्मीदवार के विवरण और आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे जानकारी हासिल करने की सुविधा देती है। इस ऐप का उद्देश्य पारदर्शी मतदान को यकीनी बनाने के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे व्यापक प्रचार और अधिक से अधिक जागरूकता प्रदान करना है। यह गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा और नयी पहलकदमियां, जिसमें मोबाइल वोटर- अनुकूल एप सी विजल की शुरुआत शामिल है, जो लोगों को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने के योग्य बनाती है और जिसमें लाइव लोकेशन के साथ लाइव फोटो/ वीडियो की सुविधा है। कोई भी नागरिक इस मोबाइल एप के द्वारा शिकायत दर्ज करवा सकता है, जिसके बाद फ्लाइंग स्क्वाड मामले की जांच करते हैं और रिटर्निंग अफसर उल्लंघन की स्थिति को ट्रैक करने के लिए जीपीएस का प्रयोग करते हुए 100 मिनटों के अंदर फ़ैसला दे देता है।

इसी तरह मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ‘सक्षम-ईसीआइ’, एक एप्लीकेशन है, जो दिव्यांग व्यक्तियों (PWD) को नयी रजिस्ट्रेशन, पतों में तब्दीलियां, विवरणों को बदलने, और अपने आप को पीडब्ल्यूडी के तौर पर दर्शाने के लिए समर्थ बनाता है। यह एप चुनाव प्रक्रिया के दौरान दिव्यांगों की जरूरतों को पूरा करने के मद्देनजर वॉयस असिस्टेंट, टेक्स्ट टू स्पीच, पहुंच सम्बन्धी विशेषताएं और अन्य सहूलियत प्रदान करती है।