Jharkhand के सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में लगातार ठोस कदम उठा रही है।
Jharkhand News: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के नेतृत्व में राज्य सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में लगातार ठोस कदम उठा रही है। इसी कड़ी में खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा पथ पर पेलौल गांव के समीप बनई नदी (Banai River) पर नए उच्च स्तरीय पुल के निर्माण को लेकर बड़ी पहल की गई है। पथ निर्माण विभाग, झारखंड सरकार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है।

7.36 करोड़ रुपये की मिली प्रशासनिक स्वीकृति
राज्य सरकार द्वारा इस नए पुल के निर्माण पर कुल 7 करोड़ 36 लाख 3 हजार 900 रुपये की लागत स्वीकृत की गई है। यह निर्णय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके तहत राज्य के दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में भी मजबूत और सुरक्षित सड़क व पुल नेटवर्क विकसित किया जा रहा है।
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भारी बारिश में ध्वस्त हुआ था पुराना पुल
गौरतलब है कि करीब छह माह पूर्व 19 जून को हुई भारी बारिश के दौरान बनई नदी पर बना पुराना पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गया था। पुल टूटने से रांची, खूंटी, सिमडेगा और राउरकेला को जोड़ने वाला यह प्रमुख मार्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ। इससे आम लोगों के साथ-साथ रोजाना आवागमन करने वाले यात्रियों और स्कूली बच्चों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
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मुख्यमंत्री के निर्देश पर त्वरित प्रशासनिक पहल
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के मार्गदर्शन में प्रशासन ने त्वरित कदम उठाया। अस्थायी राहत के तौर पर बनई नदी पर डायवर्सन निर्माण का निर्णय लिया गया। लगभग 1 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस डायवर्सन का काम अब अंतिम चरण में है। इसके शुरू होते ही दोपहिया और छोटे वाहन आसानी से नदी पार कर सकेंगे।
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स्थायी समाधान से मिलेगा विकास को बल
लेकिन, सरकार का स्पष्ट मानना है कि स्थायी समाधान नए उच्च स्तरीय पुल के निर्माण से ही संभव है। पुल के बन जाने के बाद इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह सुचारू होगा और क्षेत्रवासियों को सुरक्षित व सुविधाजनक आवागमन का लाभ मिलेगा। यह पुल न सिर्फ संपर्क व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विकासोन्मुखी विजन के अनुरूप क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।

