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IIT Madras: बिना JEE के आईआईटी मद्रास ने किसके लिए खोले दरवाज़े?

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IIT Madras: IIT मद्रास ने नए शैक्षणिक सत्र में एक ऐतिहासिक पहल की है।

IIT Madras: IIT मद्रास ने नए शैक्षणिक सत्र में एक ऐतिहासिक पहल की है। संस्थान ने बिना JEE एडवांस के ही आर्ट-कल्चर और ओलंपियाड विजेताओं के लिए बीटेक प्रोग्राम में अलग से सीटें आरक्षित की हैं। यह पहल दो स्कीम्स – ‘Fine Arts and Culture Excellence Admissions Scheme’ (FACE) और ‘Scholarship for Olympiad Performance-based Entry’ (ScOpE) – के तहत लागू की गई है। इस वर्ष FACE के जरिए 9 छात्रों और ScOpE के तहत 3 छात्रों को दाखिला मिला है। IIT मद्रास ऐसा करने वाला देश का पहला और एकमात्र IIT है। पढ़िए पूरी डिटेल्स…

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क्या है ScOpE स्कीम?

आपको बता दें कि ScOpE स्कीम की शुरुआत मार्च 2025 में की गई थी, जिसके तहत प्रत्येक बीटेक प्रोग्राम में दो अतिरिक्त सीटें आरक्षित हैं, जिनमें एक सीट महिला उम्मीदवारों के लिए है। इस स्कीम के जरिए छात्र एयरोस्पेस, केमिकल, और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसे 14 बीटेक प्रोग्राम में आवेदन कर सकते हैं। चयन ScOpE रैंक लिस्ट (SRL) के आधार पर होता है, जो ओलंपियाड में छात्रों की उपलब्धियों पर आधारित है। योग्यता के लिए उम्मीदवार को भारतीय नागरिक या 4 मार्च 2021 से पहले जारी OCI/PIO कार्डधारी होना चाहिए, साथ ही पिछले चार वर्षों में गणित (IMOTC), फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी (OCSC), या इंफॉर्मेटिक्स (IOITC) के प्रशिक्षण शिविरों में भाग लिया होना चाहिए।

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आर्ट-कल्चर में उत्कृष्टता को सम्मान

FACE स्कीम का उद्देश्य उन छात्रों को प्रोत्साहित करना है, जिन्होंने फाइन आर्ट्स और कल्चर के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल की है। इसके तहत प्रत्येक बीटेक और बीएस कोर्स में दो सीटें आरक्षित हैं एक महिला उम्मीदवारों के लिए और दूसरी जेंडर न्यूट्रल। योग्यता के लिए उम्मीदवार को भारतीय नागरिक या JEE (Advanced) 2025 में भारतीय नागरिकों की श्रेणी में आवेदन करने वाला OCI/PIO होना चाहिए। साथ ही, JEE (Advanced) 2025 की कॉमन रैंक लिस्ट या श्रेणी-वार लिस्ट में शामिल होना और कक्षा 12वीं की न्यूनतम योग्यता पूरी करना अनिवार्य है। इसके अलावा, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी कला क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार (Category A या B) प्राप्त होना चाहिए।

छात्रों को मिलेगी विशेष मेंटरशिप

IIT मद्रास के प्रवक्ता ने बताया कि यह पहला वर्ष है, जब FACE स्कीम के तहत छात्र संस्थान में दाखिल हो रहे हैं। इन छात्रों को स्पोर्ट्स एक्सीलेंस की तरह मेंटरशिप प्रदान की जाएगी और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए सभी आवश्यक मंच उपलब्ध कराए जाएंगे। यह कदम न केवल तकनीकी शिक्षा को समावेशी बनाता है, बल्कि कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्टता को भी प्रोत्साहित करता है।

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IIT मद्रास की इस पहल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित किया है। ScOpE और FACE स्कीम के जरिए संस्थान ने यह साबित किया है कि तकनीकी शिक्षा केवल जेईई के दायरे तक सीमित नहीं है, बल्कि विविध प्रतिभाओं को भी समाहित किया जा सकता है। यह कदम उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो अपनी प्रतिभा के दम पर देश के शीर्ष संस्थान में प्रवेश पाना चाहते हैं।