Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक सोसायटी के लोगों ने बिल्डर के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। बता दें कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित महागुन मायवुड्स सोसायटी (Mahagun Maywoods Society) के लोगों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर पहले बिल्डर प्रबंधन के नोएडा (Noida) स्थित ऑफिस और उसके बाद सोसायटी के बाह आक्रोश प्रदर्शन किया। सुविधाएं न मिलने और रखरखाव एजेंसियों को बिल्डर द्वारा भुगतान न किए जाने से नाराज सोसायटी के लोगों ने बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया।
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हंगामें की सूचना मिलती ही पुलिस आ पहुंची और सोसायटी के लोगों को समझाने का प्रयास की, लेकिन व्यवस्थाएं दुरुस्त न होने तक सोसायटी के लोग धरना समाप्त न करने की जिद पर अड़े रहे। सोसायटी के लोगों का कहना है कि मोटा शुल्क भुगतान करने के बाद भी सोसायटी में सुविधाओं की कमी है। बिल्डर प्रबंधन कर्मचारियों को उनका मेहनताने का भुगतान नहीं कर रहा है।
वेतन न मिलने से सफाईकर्मियों संग मेंटेनेंस के कर्मी धरना देकर बैठै हैं। रख-रखाव के साथ सुरक्षा एजेंसी भुगतान न होने की वजह से सेवाओं में लगातार कमी किए जा रही है। पिछले एक सप्ताह से सोसायटी में ज्यादातर सेवाएं प्रभावित है। सफाई एजेंसी हो या फिर लिफ्ट एजेंसी बिल्डर द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है। वेतन न मिलने से नाराज सफाईकर्मी पिछले एक सप्ताह से हड़ताल पर बैठे हैं।
नोएडा पहुंचकर बिल्डर के कार्यालय का घेराव
सोसायटी के लोगों ने जानकारी दी कि बिल्डर से वार्ता करने के लिए शनिवार को सोसायटी के कुछ लोग नोएडा सेक्टर 63 स्थित बिल्डर प्रबंधन के कार्यालय पहुंचे, लेकिन बिल्डर ने मिलने से मना कर दिया। जिससे सोसायटी के लोग काफी नाराज हो उठे। लोगों ने बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
आरोप है कि बिल्डर प्रबंधन के आफिस में निवासियों के साथ धक्का मुक्की भी हुई। जिसकी सूचना मिलने पर सोसायटी के लोगों संग महिलाओं ने सोसायटी के गेट पर बिल्डर के खिलाफ धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोग रखरखाव एजेंसियों को पूरा भुगतान किए जाने की जिद पर अड़े हैं।
रखरखाव के नाम पर एक करोड़ 80 लाख की वसूली
निवासियों ने कहा कि सोसायटी में 27 टावर है। करीब छह हजार फ्लैट हैं। कब्जा मिलने के बाद साढ़े चार हजार परिवार यहां रहते हैं। बिल्डर हर महीने दो रुपये 56 पैसे स्क्वायर फीट के हिसाब से रखरखाव शुल्क वसूल रहा है, लेकिन फिर भी सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं की कमी है। निवासी हर महीने मेंटेनेंस के नाम पर एक करोड़ 80 लाख रुपये बिल्डर को अदा कर रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी बिल्डर रखरखाव एजेंसियों को भुगतान नहीं कर रहा है। रखरखाव के साथ सुरक्षा एजेंसी का करोड़ों रुपये बिल्डर पर बकाया है। भुगतान न होने के कारण से रखरखाव एजेंसी सेवाओं में कटौती कर रही है। वेतन न मिलने से नाराज सफाईकर्मी पिछले एक सप्ताह से हड़ताल पर है। सोसायटी में कूड़े का उठान न होने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
सड़क पर उतरे लोग, कई किलोमीटर लंबा जाम
बिल्डर (Builder) से नाराज सोसायटी के लोग सड़क पर विराध प्रदर्शन करने लगे। लगभग डेढ़ घंटे तक लोग सड़क पर ही धरना-प्रदर्शन करते रहे। सूचना पर पहुंची पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही। भीड़ के सड़क पर एकत्र होने की वजह से कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। लोग सड़क पर उतरकर बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
अन्नू चौधरी, मेंटेनेंस प्रबंधन, महागुन मायवुड्स ने इसको लेकर कहा कि लगातार व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही है। रखरखाव एजेंसियों को निवासियों के कहने पर 50 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है, उसके बाद भी कुछ लोग जिद पर अड़े हैं।