नये साल में गाड़ी से मथुरा-वृंदावन जाने वाले..ख़बर पढ़ लीजिए

TOP स्टोरी Trending उत्तरप्रदेश

Mathura News : विंटर वेकेशन और नए साल (New Year) के मौके पर इन दिनों मथुरा के वृंदावन में भक्तों का हुजूम टूट पड़ा है। इसमें कोई दोराय नहीं कि भगवान श्री कृष्ण के भक्तों की कोई कमी नहीं है। सिर्फ देश के ही नहीं बल्कि विदेश से भी काफी संख्या में भक्त मथुरा (Mathura) आ रहे हैं। भगवना श्री कृष्ण के एक झलके के लिए पावन नगरी मथुरा-वृंदावन में हमेशा ही श्रदालुओं की भीड़ लगी रहती है।
ये भी पढ़ेंः 86 साल के हुए रतन टाटा..पढ़िए कैसे टाटा ग्रुप को बनाया अरबों की कंपनी

Pic Social Media

हालांकि, भक्तों को भगवान के दर्शन में परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन भी हर तरह की सुविधा मुहैया कराती है। लेकिन कभी-कभार हालात ऐसे पैदे हो जाते हैं कि भक्तों की हुजूम को संभालना मुश्किल हो जाता है। पिछले कुछ दिनों से मथुरा-वृंदावन (Mathura-Vrindavan) में बिल्कुल ऐसा ही हाल है, जिसकी वजह से प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है।

जानिए ऐसा क्यों हुआ


आपको बता दें कि मथुरा वृंदावन में पिछले कुछ सालों से भक्तों की भीड़ दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। भक्तों की भारी भीड़ के चलते यहां की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाती है। बिल्कुल ऐसा ही हाल नए साल के मौके पर भी पिछले कुछ सालों से देखने को मिल रहा है। इस बार नए साल पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिसके चलते होटल और धर्मशाला भी बुक हो गए हैं। ऐसे में नव वर्ष के स्वागत पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यहां की प्रशासन ने बाहरी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।

Pic Social Media

2 जनवरी तक नहीं होगा बाहरी वाहनों का प्रवेश

वृंदावन एसएसपी (Vrindavan SSP) शैलेश कुमार पांडेय ने जानकारी दी कि दो जनवरी तक वृंदावन में बाहरी वाहनों को पूरी तरह पाबंदी लगाने का फैसला लिया गया है। शहर में प्रवेश करने वाले निजी वाहनों को भी निर्धारित पार्किंग स्थलों पर पार्क कराया जाएगा।
नए साल के मौके पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिसके चलते अगर यातायात नियंत्रित नहीं किया, तो बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं, हर तिराहे-चौराहों पर ट्रैफिककर्मी तैनात किए जाएंगे। केवल निर्धारित ई-रिक्शा को ही वृंदावन नगर में एंट्री मिलेगी। अन्य किसी भी वाहन को नगर में अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।

ऐसे में कैसे पहुचे वृंदावन

दिल्ली से वृंदावन की दूरी करीब 180 किलोमीटर के आस पास है। अगर आप रोड के माध्यम से जाते हैं तो दिल्ली से वृंदावन पहुंचने में लगभग साढ़े तीन घंटे का वक्त लग सकता है। दिल्ली से वृंदावन के लिए ट्रेन और बस दोनों की सुविधा उपलब्ध है। दो दिन के वीकेंड ट्रिप पर वृंदावन को आसानी से घूमा जा सकता है। दिल्ली से मथुरा-वृंदावन के लिए वोल्वो बस की भी सुविधा है। आप चाहें तो प्राइवेट टैक्सी भी बुक कर सकते हैं, जो वृंदावन की सैर करा सकती है। यात्री दिल्ली-गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से वृंदावन के लिए ट्रेन भी ले सकते हैं।

दिल्ली से वृंदावन का किराया

अगर आप दिल्ली से वृंदावन बस के माध्यम से जा रहे हैं तो आपको 300 से 1500 रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं। दिल्ली से वृंदावन रोड के लिए दो ट्रेनें चलती हैं, जिनका स्लीपर का किराया 500 रुपए से भी कम है। अगर आप टैक्सी बुक करते हैं, तो एक दिन के राउंड ट्रिप के लिए 5000 रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं। वहीं वृंदावन में होटल भी बहुत ज्यादा महंगे नहीं हैं। आपको वहां आसानी से कम पैसों में अच्छा होटल मिल जाएगा।