Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को मेट्रो के लिए अभी और लंबा इंतजार करना होगा। नोएडा-ग्रेनो वेस्ट (Noida-Greno West) के लोगों को काफी समय से मेट्रो (Metro) का इंतजार था। इसका कई बार डीपीआर (DPR) भी निरस्त हो गया। 5 फरवरी को प्राधिकरण ने जैसे ही डीपीआर पर मुहर लगाकर प्रशासन को भेजा तो लगा कि प्रक्रिया तेजी से पूरी होगी, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर देशभर में आचार संहिता लग गई है जिसके कारण फिर से नोएडा ग्रेनो और आसपास के एरिया में होने वाले कामों पर आचार संहिता का ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है।
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नोएडा-ग्रेनो वेस्ट के बीच चलने वाली मेट्रो लाइन के रूट में बदलाव हुआ था। सेक्टर 52 से नॉलेज पार्क साइट 5 और सेक्टर 142 से बॉटेनिकल गार्डन तक मेट्रो रूट (Metro Route) प्रस्तावित थे। यहां से हो कर जाने वाली दिल्ली की ब्लू लाइन से ग्रेनो वेस्ट रूट को कनेक्ट करने के लिए सेक्टर-61 पर कॉमन स्टेशन प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। पुराने रूट पर केंद्र सरकार ने आपत्ति जाहिर की थी। इस रूट को नए सिरे से डीपीआर कर NMRC ने इस साल 5 फरवरी को बोर्ड बैठक में मंजूरी दे दी। इसके बाद मंजूरी के लिए यूपी सरकार के पास भेजा गया। प्रदेश सरकार से इसको मंजूरी नही मिली है। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ पाएगी। इसके बाद निर्माण के लिए टेंडर जारी होगा और फिर कंपनी का चयन किया जाएगा, जो इस साल सम्भव होना मुश्किल लग रहा है।
आचार संहिता के कारण ये प्रोजेक्ट भी अटके
नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे (Noida-Greno Expressway) पर झट्टा और सुल्तानपुर गांव के सामने अंडरपास बनना प्रस्तावित है। प्राधिकरण की कोशिश थी कि आचार संहिता लगने से पहले टेंडर जारी कर दिए जाएं, लेकिन इसमें देरी हो गई। इसके अलावा रामवन और अन्य थीम पर नए पार्क, फव्वारे व डेकोरेटिव पोल लगने में भी देरी होगी। नोएडा सेक्टर-62 से साहिबाबाद स्टेशन तक मेट्रो फेज-3 प्रोजेक्ट का लोगों को इंतजार करना होगा। आचार संहिता लगने का असर इस प्रोजेक्ट पर देखने को मिलेगा। फिल्म सिटी रास्ते पर जाम खत्म करने के लिए चिल्ला एलिवेटेड रोड बनाया जाना प्रस्तावित है। साल 2020 में काम शुरू किया था लेकिन कुछ कारणों से बंद हो गया। दूसरी बार टेंडर उठाने के लिए आवेदन का समय 30 मार्च तक है. लेकिन, अब आचार संहिता लगने के कारण टेंडर नहीं खुलेगा।
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नोएडा के ये भी अटके
इसके साथ ही नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे अलग-अलग जगह पर पांच स्थानों पर बिजली सब स्टेशन बनने हैं। इसके लिए भी टेंडर जारी कर दिए गए हैं। लेकिन, अब काम शुरू नहीं किया जा सकेगा और नोएडा में सेफ सिटी परियोजना (Safe City Project) को लागू करने के लिए तैयारी चल रही। इसमें कैमरे लगाए जाने हैं। लेकिन, टेंडर जारी नहीं हो सका। अब फिलहाल ये भी चार से पांच महीने के लिए अटक गया है। आपको बता दें कि योजना के अनुसार शहर में 561 स्थानों पर करीब 2500 कैमरे लगाए जाने है, जिससे नोएडा को सेफ्टी जॉन में लाया जा सके।