Bihar News: बिहार का स्टार्टअप इकोसिस्टम राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है और लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। राज्य में अब तक 900 पंजीकृत स्टार्टअप्स हैं, जिनमें से 139 का नेतृत्व महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के मौके पर बुधवार को पटना में आयोजित अविन्या बिहार-2025 कार्यक्रम में नए स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए 21 लाख रुपए वितरित किए गए। इस मौके पर उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने बिहार स्टार्टअप के नए पोर्टल (startupbihar.in) का शुभारंभ किया। यह पोर्टल नए उद्यमियों को उद्योग से जुड़ी जानकारी और संसाधनों को आसानी से उपलब्ध कराएगा।
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इस कार्यक्रम का आयोजन उद्योग विभाग और चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना (CIMP) द्वारा किया गया, जिसमें स्टार्टअप बिहार, CIMP-BIIF, TiE पटना और B-Hub ने सहयोग किया। कार्यक्रम के दौरान बिहार के स्टार्टअप्स द्वारा अपने उत्पादों और सेवाओं की प्रदर्शनी लगाई गई और उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों पर आधारित एक फिल्म भी प्रदर्शित की गई। यह फिल्म दर्शाती है कि बिहार का स्टार्टअप इकोसिस्टम कैसे तेजी से प्रगति कर रहा है। इस दौरान बिहार खादी कैलेंडर 2025 का भी अनावरण किया गया।
राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के मौके पर आयोजित अविन्या बिहार 2025 समारोह पटना के CIMP सभागार में संपन्न हुआ। इस आयोजन में बिहार के उद्योग-सह-पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयषी, निदेशक निखिल धनराज निप्पणीकर, CIMP के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) राणा सिंह, TiE Global Chair मुरली बुक्कापटनम सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे।
कार्यक्रम में CIMP के निदेशक प्रोफेसर राणा सिंह ने कहा कि “स्टार्टअप बिहार टीम हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रही है और न केवल देश में, बल्कि वैश्विक निवेशकों के बीच भी इसकी पहचान बन रही है। बिहार के युवा उद्यमी नवाचार और आधुनिक दृष्टिकोण से राज्य के विकास में योगदान दे रहे हैं।”
उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि आज के युवाओं में स्टार्टअप शुरू करने का जो जुनून है, वह बेहद प्रेरणादायक है। बिहार सरकार स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने और युवाओं को उनके उद्यमिता सफर में समर्थन देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। राज्य में एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेंटर और स्टार्टअप सेल स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि व्यवसाय करने में सहूलत हो।
वहीं उद्योग सचिव वंदना प्रेयषी ने कहा, “बिहार सरकार एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने और नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम बिहार को स्टार्टअप फंडिंग का केंद्र बनाना चाहते हैं। हमें विश्वास है कि बिहार के युवाओं में जो उत्साह है, वह भविष्य में हजारों स्टार्टअप्स की सफलता का कारण बनेगा।”
बिहार स्टार्टअप सेल के नोडल पदाधिकारी निखिल धनराज निप्पणीकर ने कहा कि “हमें स्थानीय नवाचार और स्थिर विचारों को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि उद्यमिता को राज्य स्तर पर प्रोत्साहित किया जा सके। स्टार्टअप्स को सीड फंड और पोस्ट सीड फंड जैसी मदद से राष्ट्रीय स्तर पर सफलता पाने की क्षमता है।”
मुख्य झलकियां:
बिहार स्टार्टअप पोर्टल का शुभारंभ: उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने बिहार स्टार्टअप के नए पोर्टल (startupbihar.in) का उद्घाटन किया। इसे निशांत शेखर द्वारा विकसित किया गया है, जो नए उद्यमियों को आवश्यक संसाधन और जानकारी प्रदान करेगा।
स्टार्टअप बिहार पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन: राज्य के स्टार्टअप्स की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक फिल्म दिखाई गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि बिहार का स्टार्टअप इकोसिस्टम कैसे तेजी से प्रगति कर रहा है।
सीड फंड व पोस्ट सीड फंड चेक वितरण: कार्यक्रम में चयनित स्टार्टअप्स को सीड फंड के तहत 6 लाख रुपये और पोस्ट सीड फंड के तहत 15 लाख रुपये तक के चेक वितरित किए गए। सीड फंड प्राप्त करने वाले स्टार्टअप्स में “मोसो इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड”, “स्टेज़ फाइंडर टेक प्राइवेट लिमिटेड”, “स्माइलस्केप हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड” और “अनपैरेल्ड लर्निंग टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड” शामिल हैं।
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बिहार खादी कैलेंडर 2025 का अनावरण: इस अवसर पर ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले बिहार खादी कैलेंडर 2025 का अनावरण भी किया गया।