Chandigarh News: चंडीगढ़ पीजीआई में आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) धारकों को खास इलाज मिलेगा। पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) में आयुष्मान भारत योजना के अनुसार कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज (Treatment) हो रहा है। अप्लास्टिक एनीमिया नामक एक दुर्लभ ब्लड डिसऑर्डर (Blood Disorder) है। दुर्लभ होने के साथ-साथ बीमारी का इलाज भी बहुत महंगा है। अब पीजीआई अप्लास्टिक एनीमिया नामक बीमारी को भी आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के तहत लाने की तैयारी कर रहा है। पढ़िए पूरी खबर…
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क्लीनिक हेमेटोलॉजी विभाग के हेड डॉ. पंकज मल्होत्रा (Dr. Pankaj Malhotra) के मुताबिक सरकारी अस्पताल में इलाज 10 लाख या ऊपर चला जाता है। आयुष्मान योजना के पैनल में पीजीआई भी शामिल हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि इस बीमारी को आयुष्मान के अंदर लाया जा सके, जिससे इस बीमारी के मरीजों को इलाज मिल सके। सरकारी अस्पताल में अप्लास्टिक एनीमिया के इलाज पर करीब 10 लाख खर्च आता है। आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख की मदद होती है तो मरीज का आधा भार कम हो सकता है।
इस बीमारी का कारण अभी तक मेडिकल साइंस (Medical Science) में पता नहीं है। 80 प्रतिशत मामलों में जीवन शैली कारण है, जबकि 20 प्रतिशत में जैनेटिक यानी अनुवांशिकता वजह बनता है। इस बीमारी में शरीर में खून नहीं बनता और ब्लड सेल बनने बंद हो जाता है। हर हफ्ते खून और सेल चढ़ाना आसान नहीं होता। इस बीमारी के इलाज के लिए कुछ थेरेपी है, जो कि इलाज में इस्तेमाल होती है, लेकिन वह काफी महंगी है।
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पीजीआई आयुष्मान भारत योजना में पहले नंबर पर
आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) के अनुसार पीजीआई देशभर में पहला ऐसा अस्पताल है, जहां सबसे ज्यादा मरीजों को इलाज दिया जाता है। पिछले साल योजना के अनुसार 1 लाख लोगों को यह सुविधा दी गई। पीजीआई निदेशक कई मौकों पर कहते आए है कि पीजीआई 2024 में नंबर तक लेकर जाना चाहते हैं।