जेवर एयरपोर्ट के पास अथॉरिटी ला रही है प्लॉट स्कीम.. बसाये जाएंगे 4 नए सेक्टर

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा

Noida News: अगर आप भी नोएडा में प्लॉट लेने का मन बना रहे हैं तो यह खबर खास आपके लिए है। आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के पास यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) जल्द ही 4 नए सेक्टर बसाने की तैयारी कर रही है। नए सेक्टर बसाने को लेकर चल रहे सर्वे का काम अगले 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव जिला प्रशासन के पास भेजा जाएगा।
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नए सेक्टर-5, 6, 7 व 8 के रूप में बसाए जाएंगे। इसमें 5 आवासीय, 6 औद्योगिक (Industrial) व 7- 8 बहुउद्देशीय होंगे। इससे एयरपोर्ट के पास घर बनाने व उद्योग लगाने का लोगों को मौका मिलेगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चलते यीडा सिटी (Yida City) में आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत सहित सभी तरह के प्लॉटों की मांग काफी बढ़ गई है। आज सबसे ज्यादा निवेश यमुना क्षेत्र की ही तरफ हो रहा है। इसको देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने एक साथ चार नये सेक्टर- 5, 6, 7 व 8 बसाए जाएंगे।

नए सेक्टरों के लिए जमीन चिन्हित कर सर्वे की प्रक्रिया चल रही है, जो अगले 15 दिनों में समाप्त हो जाएगी। इस योजना के तहत बहुउद्देशीय सेक्टर में आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत आदि गतिविधियां एक साथ संचालित की जाएंगी, इससे इस सेक्टर में रहने वाले लोगों को आवास सहित अन्य सुविधाओं के लिए इधर-उधर का चक्कर नहीं लगाना पडे़गा।

जानिए सेक्टर क्षेत्रफल किसके लिए होगा आरक्षित

5 942 एकड़ आवासीय
6 859 एकड़ औद्योगिक
7 1167 एकड़ बहुउद्देशीय
8 810 एकड़ बहुउद्देशीय

2000 प्लॉटों की योजना लाने की तैयारी

सेक्टर-5 के रूप में विकसित किए जाने वाले नए आवासीय सेक्टर (Residential Sector) में यमुना अथॉरिटी 2000 प्लॉटों की योजना लाने की तैयारी में है। इस सेक्टर में 50 फीसदी में आवासीय प्लॉटों की योजना है, तो वहीं 50 फीसदी में ग्रुप हाउसिंग की योजना लाई जाएगी।

बहुउद्देशीय सेक्टर में कितनी जमीन किसके लिए होगी आरक्षित

औद्योगिक 70 %
आवासीय 10 %
कमर्शियल 13 %
शैक्षिक सुविधाएं 5 %
अनौपचारिक उपयोग 2 %

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास चार सेक्टर सेक्टर बसाया जाएगा। एक सेक्टर आवासीय, एक औद्योगिक व दो सेक्टर बहुउद्देशीय होंगे। सर्वे का काम पूरा होने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।