भारत का एक ऐसा शहर जहां खाना फ्री..बस एक शर्त है..

एंटरटेनमेंट दिल्ली NCR

नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया

भारत एक ऐसा देश जिसकी सभ्यता, संस्कृति पूरी दुनिया में मशहूर है। इस देश में विभिन्न प्रकार के लोग, उनकी अलग भाषाएं हैं। लेकिन देश हो या विदेश हर जगह की व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानून और नियम तो एक ही होते हैं, जिसका पालन छोटे हो या बड़े सभी को ही करना पड़ता है। लेकिन हैरत की बात ये है कि भारत में एक अनोखा शहर है जहां कोई सरकार नहीं है, लेकिन फिर भी ये बड़े ही नियम और कायदों के साथ में चलता है।

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इस शहर में खाना भी बिल्कुल फ्री है, आप सोच रहे होंगे की ऐसा तो कोई शहर भारत में नहीं है तो आप गलत हैं, ये जगह भारत में ही है और यहां के बारे में हम आपको डिटेल में बताएंगे।

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क्या है भारत के इस शहर का नाम

इस शहर में न कोई गवर्नमेंट, न कोई रिलीजन और न ही रहने अथवा खाने के पैसे देने पड़ते हैं। इस शहर को “आरोविले” के नाम से जाना जाता है। ये शहर चेन्नई से मात्र 150 किलोमीटर दूर है। इस शहर को “Sun Of Dawn” के नाम से भी जाना जाता है।

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आरोविले कैसे पहुंच सकते हैं आप

ट्रेन से: आरोविले के सबसे नजदीक का स्टेशन विल्लुपुरम है, ये केवल 32 किलोमीटर दूर है। आरोविले जाने के लिए आप कैब को किराए पर कर सकते हैं।

सड़क द्वारा: आरोविले चेन्नई, बंगलौर, तिरुवन्नमलाई, ऊटी जैसे मुख्य शहर से जुड़ा है इसलिए आप बस से ईजीली जा सकते हैं।

फ्लाइट से: आरोविले का खुद का कोई हवाई अड्डा नहीं है। इसके पास का हवाई अड्डा चेन्नई है जो कि 135 किलोमीटर दूर है। आप चेन्नई से कैब कर सकते हैं, यहां का किराया 2100 रुपए आएगा।

यहां रहने के लिए बस माननी होगी ये शर्त

यदि जानकारी के मुताबिक मानें तो यहां 50 से भी अधिक देश के लोग रहते हैं। जो एक दूसरे से काफी ज्यादा लगाव रखते हैं, यहां रहने के लिए आपको बस सेवक के रूप में रहना होगा।

आखिरकार कब और किसने बसाया था इस शहर को

जानकारी के अनुसार, आरोविले शहर वर्ष 1968 में मीरा अल्फाजो के द्वारा बसाया गया था। मीरा अल्फाजो 1914 में पांडिचेरी के श्री अरबिंदो स्पिरिचुअल रिट्रीट में शामिल होने के लिए आई थी। पहले विश्व के समय वो वापस जापान चली गई थी। लेकिन दोबारा 1920 में वापस लौटने के बाद 1924 में श्री अरबिंदो स्पिरिचुअल संस्थान से जुड़कर जनसेवा के काम में लग गई।

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