Investment Tips: ये तो सभी जानते हैं कि निवेश और बचत को जितनी जल्दी स्टार्ट करें, उतना ही ये बेहतरीन होता है और फायदा भी ज्यादा मिलता है। लेकिन जीवन की जिम्मेदारियां को पूरा करने और लोन चुकाने में फंसकर रह गए और सेविंग नहीं कर सके। वहीं, एक और सबसे बड़ी चिंता जो आपके रिटायरमेंट भी सिर पर आ गया है और रिटायरमेंट के तुरंत बाद पैसे कहां से लाएं, जिससे जल्द से जल्द आपके अकाउंट में एक मोटा फंड डिपोजिट हो जाए।
वहीं, रिटायरमेंट के लिए यदि पैसे नहीं जोड़ पाए हैं तो इन्वेस्टमेंट की अलग रणनीति बनाकर मोटा फंड एकत्रित कर सकते हैं। इसके लिए बहुत जरूरी है कि आपकी देनदारियां कम होनी चाहिए और आप मार्केट में थोड़ा सा ही सही जोखिम उठाने के लिए तैयार हों।
ज्यादा रिटर्न वाले ऑप्शन को चुनें
समझें कि किसी भी नौकरी पेशा वाले व्यक्ति के लिए 50 साल की उम्र वे पड़ाव होता है। वहीं, जब उसकी इनकम अपने उच्चतम स्तर पर और लोन या अन्य किसी को देने के लिए लगभग खत्म होने के कगार पर आ जाती हैं। ऐसे में इन्वेस्टर्स जोखिम लेने में भी कैपेबल होता है। तो उसकी पूरी रणनीति ज्यादा रिटर्न पाने की होनी चाहिए। वहीं, कुछ हिस्सा इंटरनेशनल इक्विटी फंड और गोल्ड में भी लगाने चाहिए। इन्वेस्टर्स ध्यान रखें कि इक्विटी में लगाने वाले पैसे को कम से कम 10 वर्ष तक बनाए रखेंगे तो तकरीबन 10 से लेकर के 12 प्रतिसत तक का अच्छा खासा रिटर्न आपको मिल सकता है।
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यदि नहीं लेना चाहते जोखिम तो ये हैं ऑप्शन
50 वर्ष से ज्यादा उम्र के ऐसे इन्वेस्टर जिनमें जोखिम लेने की क्षमता नहीं होती और वहीं शॉर्ट टर्म का लक्ष्य लेकर के चलते हैं, उन्हें लार्जकैप फंड में कुल फोलियो का 50%, मल्टीकैप फंड में 40%, मिड सहित स्मॉलकैप फंड में 10% का इन्वेस्टमेंट करना चाहिए। इन सब के अलावा अन्य फंड से फोलियो कम करना हो तो कम अवधि वाली एफडी और पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में इन्वेस्ट कर सकते हैं।