पुलिस टीमों ने 12.73 करोड़ रुपये नकद, 437 किलो अफीम, 248 क्विंटल पोस्त भूसी और 37 लाख नशीली गोलियां भी जब्त कीं।
214वें दिन 81 नशा तस्करों को 2.6 किलो हेरोइन और 1.34 लाख नशीली गोलियों समेत गिरफ्तार किया गया।
‘डि-एडिक्शन’ अभियान के तहत पंजाब पुलिस ने 53 व्यक्तियों को नशा मुक्ति उपचार के लिए तैयार किया।
Punjab News : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर शुरू की गई निर्णायक “युद्ध निशान विरुद्ध” मुहिम को सात महीने पूरे हो गए हैं। इस दौरान पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 20,641 प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की हैं और 31,478 नशा तस्करों को गिरफ्तार करते हुए 1359.5 किलो हेरोइन बरामद की है।
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इस मुहिम की शुरुआत से ही पंजाब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस ज़िलों में रोज़ाना एक साथ अभियान चलाए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने का आह्वान किया था। इसके साथ ही पंजाब सरकार ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय मंत्रिमंडलीय उप समिति का गठन भी किया है, जो नशे के खिलाफ जंग की निगरानी करेगी।
1359.5 किलो हेरोइन के अलावा पुलिस ने 437 किलो अफीम, 248 क्विंटल पोस्त भूसी, 31 किलो चरस, 498 किलो गांजा, 7.2 किलो आईस, 37 लाख नशीली गोलियां/टैबलेट्स और ₹12.73 करोड़ की नशे की काली कमाई भी जब्त की है। 214वें दिन, पंजाब पुलिस ने 81 नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 2.6 किलो हेरोइन, 1.3 किलो अफीम, 1.34 लाख नशीली गोलियां और ₹8110 नशा मनी बरामद की।
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इस अभियान में 79 गज़टेड अधिकारियों की देखरेख में 1200 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 150 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में 392 स्थानों पर छापेमारी की। इसके चलते 63 प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गईं, साथ ही पुलिस टीमों ने 431 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की। इसी बीच, राज्य सरकार ने नशे के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति — प्रवर्तन (Enforcement), नशा मुक्ति (Deaddiction) और रोकथाम (Prevention) — लागू की है। इसके तहत पंजाब पुलिस ने ‘डि-एडिक्शन’ अभियान के हिस्से के रूप में 53 व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए तैयार किया है।

