Noida में प्रोटीन सप्लीमेंट्स की अवैध सप्लाई का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।
Noida News: नोएडा में प्रोटीन सप्लीमेंट्स (Protein Supplements) की अवैध सप्लाई का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। नोएडा कोतवाली थाना 63 पुलिस ने खाद्य विभाग के साथ मिलकर छापा मारा और फर्जी फूड सप्लीमेंट (Fake Food Supplement) बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। इस कार्रवाई में पुलिस ने फैक्ट्री से भारी मात्रा में प्रोटीन के डिब्बे, कैप्सूल के डिब्बे, रैपर पाउडर की बोरी, पैकिंग मशीन, प्रिंटिंग मशीन और मुहर आदि सामान बरामद किया। पुलिस ने इन अवैध सप्लीमेंट्स को ऑनलाइन सप्लाई करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ये भी पढ़ेः Delhi-NCR: कहीं आप भी तो नक़ली दूध नहीं पी रहे हैं!
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
नोएडा के सेक्टर 63 स्थित जी ब्लॉक से पुलिस ने तीन आरोपियों साहिल यादव, हर्ष अग्रवाल और अमित चौबे को गिरफ्तार किया है। ये तीनों आरोपी फर्जी प्रोटीन सप्लीमेंट (Fake Protein Supplements) बनाने की फैक्ट्री चला रहे थे। डीसीपी नोएडा सेंट्रल, शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि कोतवाली 63 पुलिस को शिकायत मिली थी, जिसमें पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसने कुछ सप्लीमेंट ऑनलाइन मंगवाए थे। इन सप्लीमेंट्स का सेवन करने के बाद उसे पेट और लीवर की समस्याएं हुईं, साथ ही चेहरे पर कील-मुंहासे भी हो गए।
फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड साहिल यादव गिरफ्तार
पीड़ित की शिकायत पर जब पुलिस ने फूड विभाग (Food Department) की टीम के साथ जी 86 स्थित कंपनी पर छापेमारी की तीन लोग खाली डिब्बों में फर्जी सप्लीमेंट भरते हुए नजर आए उनके पास कोई लाइसेंस नहीं था। पुलिस ने माल को जब्त कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी साहिल यादव ही इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड है। साहिल ने ही हरियाणा में फूड सप्लीमेंट बनाने वाली कंपनी में काम किया था।
फर्जी फूड सप्लीमेंट के डिब्बों पर कंपनी का रैपर
आरोपी साहिल यादव ने वर्ष 2017-2018 में हरियाणा में फूड सप्लीमेंट (Food Supplement) बनाने वाली कंपनी एडवांस न्यूट्राटेक में काम किया था। वहां से काम सीखने के बाद साहिल यादव ने खुद की रॉरेज के नाम से जी-86 में बीते एक दिसंबर को कंपनी बनाई। उसने हर्ष को अपना पार्टनर बनाया और अमित को कंपनी में मैनेजर के रूप में नियुक्त कर फर्जी फूड सप्लीमेंट बनाने का काम शुरू कर दिया। आरोपी फर्जी फूड सप्लीमेंट का डिब्बा तैयार कर अपनी कंपनी का रैपर लगाकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचते थे। जहां से जिम जाने वाले युवक-युवतियों के ऑर्डर आते थे।
इन जगहों पर करते थे सप्लाई
आरोपी ऑर्डर आने के बाद 3,500 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से कूरियर के माध्यम से फर्जी फूड सप्लीमेंट सप्लाई करते थे। इस तरह से आरोपी काफी कमाई कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी फर्जी फूड सप्लीमेंट की सप्लाई नोएडा, दिल्ली, हरियाणा के अलावा अन्य जगहों पर करते थे।
पुलिस तीनों आरोपियों से कर रही पूछताछ
उन्होंने बताया कि पुलिस (Police) इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि यह लोग राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नकली प्रोटीन बनाकर विभिन्न दुकानों और जिम में काम करने वाले लोगों के माध्यम से बेचते थे। आरोपियों पूछताछ की जा रही है की फर्जी फूड सप्लीमेंट का कच्चा माल कहां से लाया जा रहा था और कहां-कहां भेजा जा रहा था, इस ग्रुप में कितने और लोग शामिल हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल की जा रही है, इसके बाद अन्य कार्रवाई की जाएगी।