Yamuna Railway Bridge

Yamuna Railway Bridge: 22 साल बाद दिल्ली का जाम हटाने वाला रेलवे पुल

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Yamuna Railway Bridge: नई दिल्ली में यमुना नदी पर बना नया रेलवे ब्रिज अब तैयार हो चुका है।

Yamuna Railway Bridge: नई दिल्ली में यमुना नदी पर बना नया रेलवे ब्रिज (New Railway Bridge) अब तैयार हो चुका है। इस ब्रिज पर केवल टेक्निकल और सीआरएस (CRS) इंस्पेक्शन बाकी हैं। एनओसी (NOC) मिलने के बाद इस पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। यह नया ब्रिज पुराने लोहा पुल के समानांतर बनाया गया है और रेलवे ने इस वित्‍त वर्ष में इसे चालू करने का लक्ष्य रखा है। पढ़िए पूरी खबर…
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आपको बता दें कि नया ब्रिज शुरू होने से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन (Delhi Railway Station) से आनंद विहार के रास्ते गाजियाबाद (Ghaziabad) के बीच रेल ट्रैफिक में सुधार होगा और ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी। इसके अलावा, दिल्ली से यूपी होते हुए बिहार और बंगाल की तरफ जाने वाली ट्रेनों को भी रफ्तार मिलेगी।

इस पुल के निर्माण की मंजूरी 1998 में मिली थी, लेकिन इसका काम 2003 में शुरू हुआ था। यमुना नदी के किनारे स्थित लाल किले के कारण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इसके निर्माण पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद पुल के डिजाइन में बदलाव करना पड़ा।

पुराना पुल खत्म, नया पुल से मिलेगा राहत

नया यमुना रेलवे ब्रिज (New Yamuna Railway Bridge) 168 साल पुराने लोहे के पुल की जगह लेगा, जो अब अपनी उम्र पूरी कर चुका है। पुराने पुल पर न सिर्फ रेल, बल्कि रोड ट्रैफिक भी चलता है। जब यमुना में पानी का बहाव तेज होता है या बाढ़ की स्थिति होती है, तो इस पुल पर रेल ट्रैफिक बंद कर दिया जाता है, जिससे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन और शाहदरा की ओर जाने वाली लाइन कट जाती है। मानसून के दौरान यह पुल कई दिनों तक रेल सेवा के लिए बंद हो जाता है, और पुराने पुल के कारण ट्रेन की स्पीड भी कम रखी जाती है।

नए पुल की विशेषताएं

नया रेलवे ब्रिज (New Railway Bridge) पुराने पुल से 30 मीटर ऊंचा है। इस पुल के निर्माण में कुल 6900 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है और इसकी अनुमानित लागत 226.73 करोड़ रुपये है। पुल में 14 स्पैन बनाए गए हैं, जिनमें अलग-अलग तरह के गर्डर इस्तेमाल किए गए हैं। दोनों ट्रैक (अप और डाउन) अलग-अलग गर्डरों पर बनाए गए हैं, और ट्रैक सेंटर 7 मीटर का है।

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पुल का निर्माण गाजियाबाद (GZB) छोर पर 1180 मीटर की एम्बैंकमेंट और दिल्ली (DLI) छोर पर 135 मीटर की एम्बैंकमेंट के साथ किया गया है। इसके दोनों छोर पर रेलवे अंडर ब्रिज भी बनाए गए हैं, जिससे रेल ट्रैफिक में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं होगी।