jyoti Shinde,Editor
Greater Noida West: ऐसा कई बार होता है जब हम जरुरत के समय दस्तावेज बनाने के लिए रात-दिन एक कर देते हैं। कभी आधार कार्ड, कभी पैन कार्ड तो तभी कुछ और। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट(Greater Noida West) की गौर सिटी(Gaur City) में रहने वाले महज 2 महीने के रिवांश के पास शायद ही ऐसा कोई दस्तावेज बचा होगा जो इस समय उसके जरुरत के हिसाब से ना हो।
इसके साथ ही रिवांश ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार कर दिया है।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कैंपेन के माध्यम से दो माह के रिवांश ने वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल कर लिया है। सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने में रिवांश ने कामयाबी हासिल की है। यह एक ऐसी अद्भुत उपलब्धि है जो युवा पीढ़ी को सरकारी दस्तावेज हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।
इसके पीछे की रोचक कहानी सुन लीजिए
नोएडा एक्सटेंशन के गौर सिटी निवासी रिवांश राभ्य मिश्रा का जन्म 15 जनवरी 2023 को हुआ। पिता मयंक मोहित मिश्रा एनवायरनमेंट साइंटिस्ट है जो दुनिया भर में होने वाले जल प्रदूषण को लेकर संघर्षरत है, जल सरंक्षण में मयंक मोहित मिश्रा विगत 14 वर्षो से देश एवं समाज हित के लिए कार्य कर रहे है। वर्तमान में एक बहुरास्ट्रीय संस्था के साथ मिलकर भारत के नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत देशहित के लिए कार्य कर रहे है। रिवांश की माँ पूजा मिश्रा ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट से उच्च शिक्षा के बाद बिज़नेस वीमेन हैं।
रिवांश राभ्य मिश्रा ने जन्म लेने के बाद जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, गवर्नमेंट वैक्सीनेशन कार्ड, पैन कार्ड, ABHA कार्ड, बैंक अकाउंट, पीपीएफ अकाउंट, किसान विकास पत्र, एलआईसी, आरडी, FD , डेबिट कार्ड और चेक बुक, मूल निवास प्रमाण पत्र , इंडिया पोस्ट ऑफिस अकाउंट हासिल कर लिया है। रिवांश राभ्य मिश्रा के पिता मयंक ने बातचीत के दौरान कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के कैंपेन से प्रभावित है, उसी का फायदा उठाकर उन्होंने सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने में कामयाबी हासिल कर ली।
मयंक ने बताया कि पहला डॉक्यूमेंट बर्थ सर्टिफिकेट बनने के बाद उन्होंने आधार कार्ड के लिए अप्लाई किया और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न डिजिटल इंडिया के माध्यम से मात्र 3 दिन में रिवांशराभ्य मिश्रा का आधार कार्ड प्राप्त हुआ। मयंक ने बताया कि उनके पिता सुभाष चंद्र मिश्रा के डॉक्यूमेंटस कलेक्शन और उनके महत्त्व की याद उनको आयी, जिसके बाद उन्होंने कम उम्र मे ही रिवांशराभ्य मिश्रा के सारे सरकारी और आवश्यक डॉक्यूमेंट बनवाने का निर्णय लिया। डिजिटल इंडिया के सहयोग और माता पिता के अथक प्रयासों से इतनी कम उम्र में उन्होंने इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स ने बच्चे के इस रिकॉर्ड को ग्रैंड मास्टर नाम से एक टाइटल दिया है और अगले अंक में इस टाइटल का प्रकाशन भी किया ।
‘द डॉक्यूमेंट बॉय’ रिवांश राभ्य मिश्रा के रिकॉर्डस / उपलब्धि :
- 67 दिन की उम्र में 13 डाक्यूमेंट्स के साथ ‘इंडियास वर्ल्ड रिकॉर्ड’ का अवार्ड प्राप्त किया।
- 99 दिन की उम्र में 15 डाक्यूमेंट्स के साथ ‘इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड’ का अवार्ड प्राप्त किया।
- 99 दिन की उम्र में 15 डाक्यूमेंट्स के साथ ‘इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्डस’ का अवार्ड प्राप्त किया।
- 120 दिन की उम्र में 16 डाक्यूमेंट्स के साथ ‘एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड’ का अवार्ड प्राप्त किया।
- ‘द डॉक्यूमेंट बॉय’ का ट्रेड मार्क प्राप्त किया !
- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नामांकन किया हुआ है।
- ग्लोबल एक्सीलेंस फोरम द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ़ ‘द डॉक्यूमेंट बॉय’
- राष्ट्र गौरव सम्मान – द डॉक्यूमेंट बॉय
- द क्रेजी टेल्स अवार्ड्स – इन्फ्लुएन्सिएल इंडियन अवार्ड 2023- रिवांश राभ्या मिश्रा द डॉक्यूमेंट बॉय
- हिंदुस्तान न्यूज नेटवर्क द्वारा समाज कल्याण और राष्ट्रीय निर्माण के लिए नेशनल आइकन अवार्ड 2023
- सोशली पॉइंट इंडिया द्वारा नेशनल अचीवर्स अवार्ड
- नेशनल अकादमी ऑफ़ साक्शरता मिशन भुबनेश्वर द्वारा वर्ल्ड वाइड किड्स अवार्ड 2023
- उत्तर प्रदेश वर्ल्ड रिकॉर्ड 2023
- श्री राम दास आठवले , मंत्री भारत सरकार द्वारा प्रशस्ति पत्र
- यूनिक वर्ल्ड रिकार्ड्स द्वारा लार्जेस्ट कलेक्शन ऑफ़ आइडेंटिटी और गवर्नमेंट डाक्यूमेंट्स
- यूनिक वर्ल्ड रिकार्ड्स द्वारा यंगेस्ट टू हेव मोस्ट गवर्नमेंट डाक्यूमेंट्स
और अब तक 10 माह, में 18 डाक्यूमेंट्स के साथ 6 वर्ल्ड रिकॉर्डस और 8 अवार्ड्स हासिल कर देश का नाम गौरवान्वित किया है। ये रिकॉर्डस समाज को जागरूक करने और सन्देश देने के लिए है , की सही समय पर सभी लोग अपने सारे डाक्यूमेंट्स बनवा कर देश की प्रगति का हिस्सा बने और सरकार द्वारा दी गयी सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सके।
रिवांश की इस उपलब्धि ने न सिर्फ अपने परिजनों का बल्कि पूरे एशिया में नोएडा का नाम रोशन किया है। 99 दिनों में रिवांश ने ‘इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड’ और 4 महीने की उम्र में ‘एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड’ में अपना नाम दर्ज करा लिया। और अब रिवांश का रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी मूल्यांकन हेतु गया हुआ है।
विश्व रिकॉर्ड बनाना कई लोगों का लक्ष्य होता है, लेकिन इस प्यारे लड़के ने इसे सिर्फ दो महीने की उम्र में हासिल कर लिया। डॉक्यूमेंट बॉय रिवांश राभ्या मिश्रा, एक छोटा बच्चा, ने सबसे कम समय में सबसे अधिक आधिकारिक दस्तावेज़ प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। यह अद्भुत उपलब्धि युवा पीढ़ी की क्षमता और क्षमताओं को प्रदर्शित करती है।