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AajTak Asansol News: आसनसोल, कोलकाता के बाद पश्चिम बंगाल (West Bengal) का सबसे बड़ा शहर है। आसनसोल को मिनी इंडिया भी कहा जाता है। जब बात पश्चिम बंगाल (West Bengal) की हाई प्रोफाइल सीटों की होती है तो आसनसोल का नाम जरूर आता है।
आसनसोल संसदीय क्षेत्र औधोगिक इलाका है जिनमें मुख्य रूप से लोहा और कोयला आधारित उद्योग है। नौकरी और व्यवसाई के कारणों से विभिन्न प्रदेशों के लोग ओर विभिन्न भाषा के लोग यहां आकर बसे हैं। इसलिए इसका डेमोग्राफी मिनी इंडिया जैसा है। झारखंड (Jharkhand) के सीमावर्ती होने के कारण राज्य के 42 सीटो में सबसे अलग है।

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इस बार आसनसोल की जनता का मूड़ क्या है इसे जानने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ पहुंची आसनसोल। 1977 से 2011 से पश्चिम बंगाल वाम दलों का गढ़ रहा है। 2011 में ममर्ती बनर्जी ने यहां अपना दबदया बनाया। इस बार बिहारी बाबू शत्रुघन सिन्हा तृणमूल कांग्रेस (TMC) की टिकट पर यहां से उम्मीदवार हैं तो वहीं बीजेपी ने इस बार आसनसोल से एस एस अहलूवालिया (S S Ahluwalia) को टिकट दिया है।

सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप (Anjana Om Kashyap) ने शुरू किया सवालों का सिलसिला। पहला सवाल कार्यक्रम में आई महिला से किया गया तो जवाब आया कि चुनाव को लेकर काफी खुशी है। जो विकास का काम करता है उसपर भरोसा होता है। इस बार यहां का चुनावी मुद्दा विकास है।
दूसरी महिला से सवाल किया तो जवाब मिला कि यह तो डायरेक्ट नहीं बता सकते है कि इस बार आसनसोल से कौन जीत रहा है लेकिन यह जरूर बता सकते हैं कि शिक्षा, स्वास्थ इकोनामी स्टेट या नेशनल जो सही सही आगे लेकर जा रहा है जनता उनको जान रही है। इस बार उन्हीं की पार्टी को वोट जाएगा।

वहीं एक पुरुष ने अपनी बात रखते हुए कहा कि इस चुनाव में मुद्दा है शिक्षा, रोजगार और महंगाई है। अगर हम देंखें तो केन्द्र की सरकार इन मुद्दों पर पूरी तरीके से फेल है। उन्होंने आगे कहा कि दस साल पहले पेट्रोल की कीमत कितनी थी आज कितनी है, दस साल पहले सरसो के तेल की कीमत और आज सरसो के तेल की कीमत में कितना अंतर आ गया है। सरकार महंगाई को रोकने में पूरी तरह से फेल है।

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तो वहीं एक व्यक्ति ने बीजेपी (BJP) पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी वाले कहते हैं कि विपक्ष के लोग भ्रष्टाचारी हैं, बीजेपी के लोग बताएं कि हेमंत विश्व शर्मा, अजीत पवार पर क्या भ्रष्टाचार के आरोप नहीं है, बीजेपी के लोग उनकी बात आखिर क्यों नहीं करते हैं।

जानिए आसनसोल का सियासी समीकरण

आसनसोल सेनेरैल साइकिल का भारत प्रसिद्ध कारखाना है। यह शहर भारत के उन 11 शहरों में से एक है जो विश्व के 100 सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों की सूची में हैं।

2022 उपचुनाव का जनादेश

इस उपचुनाव में तृणमूल बिहारी बाबू के नाम से चर्चित शत्रुघ्न सिन्हा को प्रत्याशी बनाकर पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की। 2022 तक इस लोकसभा के सात विभानसभा छेत्र में पांच पर टीएमसी और 2 पर बीजेपी का कब्जा रहा है।

2019 का रिजल्ट

आसनसोल लोकसभा सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला था। लोकसभा चुनाव 2019 भी बीजेपी के उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो 6,33,378 वोटों से जीत हासिल की। तृणमूल कांग्रेस की मूनमून सेन को 4,35,741 वोट मिले तो वहीं कांग्रेस के विश्वरूप मंडल को 21,038 वोट मिले थे।

2014 का रिजल्ट

लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी के बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन को हराया था। बाबुल सुप्रियो को 4,19,983 वोट मिले थे तो वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के डोला सेन को 3,49,503 वोट मिले थे।