क्या है RJD का मिशन-16’..जिससे नीतीश को झटका देने की तैयारी में लालू

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Bihar Politics: बिहार में चल रहे सियासी उलटफेर के बीच अब आरजेडी (RJD) भी फ्रंटफुट पर खेलने की तैयारी कर रही है। इस बीच लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजस्वी यादव अब नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहे हैं। और इसके लिए उसने एक गेम प्लान (Game Plan) तैयार किया गया है। पढ़िए पूरी खबर…
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बिहार में जेडीयू-बीजेपी (JDU-BJP) के गठबंधन की खबरों के बीच नीतीश और तेजस्वी (Nitish and Tejashwi) में तनातनी बढ़ती जा रही है। इस बीच आरजेडी अब नीतीश कुमार को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रही है। और इसके लिए उसने एक गेम प्लान तैयार किया है। आरजेडी (RJD) को पता है कि वह संख्या के बल पर नीतीश कुमार को सरकार बनाने से नहीं रोक सकते हैं। इसलिए अब आरजेडी विधानसभा में बड़ा खेल करने की तैयारी में जुटी है।

बजट सत्र फरवरी से शुरू होगा

आरजेडी का गेम प्लान यह है कि 5 फरवरी से बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Assembly Budget Session) शुरू हो रहा है। विधानसभा सत्र के दौरान जब नीतीश कुमार विश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे। तो उसे दौरान जनता दल यूनाइटेड के कुछ विधायकों को वोटिंग के दौरान अनुपस्थित करवा दें। या फिर उससे पहले ही कम से कम 16 विधायक अगर इस्तीफा दे देते हैं। तो फिर बिहार विधानसभा का संख्या बल 243 से घटकर 227 पर आ जाएगा। और फिर नीतीश कुमार की सरकार गिर जाए।

तो क्या विधायक देंगे इस्तीफा?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 16 विधायक (MLA) के इस्तीफा के बाद विधानसभा में संख्या बल घटना के बाद 227 रह जाएगा। और महागठबंधन में 114 विधायक है तो फिर नीतीश कुमार की सरकार गिरने के बाद तेजस्वी यादव सरकार बना सकते हैं।

सवाल यह उठता है कि आखिर 16 विधायक जदयू के इस्तीफा क्यों देंगे? इसका जवाब यह है कि आने वाले 1 साल में बिहार में 4 चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव, राज्यसभा चुनाव, एमएलसी चुनाव और फिर अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं। इन 16 विधायकों को राजद के तरफ से सेट करने का ऑफर दिया जा सकता है।

इन विधायकों को ये ऑफर

उन्हें यह प्रलोभन दिया जा सकता है कि कुछ को राज्यसभा भेज दिया जाएगा कुछ को लोकसभा (Lok Sabha) का टिकट दे दिया जाएगा। कुछ को एमएलसी (MLC) बना दिया जाएगा और मंत्री बना दिया जाए और कुछ को अगले साल विधानसभा का चुनाव में टिकट देने का वादा किया जाए। सबसे बड़ा सवाल है कि क्या लालू और तेजस्वी जनता दल यूनाइटेड के 16 विधायकों का इस्तीफा करवा पाने में सफल हो पाएंगे।

जानिए क्या है बिहार विधानसभा का नंबर गेम?

बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) के नंबर गेम की बात करें तो 243 सदस्यों वाले सदन में बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा 122 विधायकों का है। लालू यादव के नेतृत्व वाली आरजेडी 79 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, वहीं भाजपा 78 विधायकों के साथ दूसरे नंबर पर है।

नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू 45 विधायकों के साथ तीसरे नंबर की पार्टी है। कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक हैं। आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट, तीनों के विधायकों की संख्या जोड़ लें तो कुल सदस्य संख्या 114 पहुंचती है जो बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़े से 8 कम है।

भाजपा (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए की बात करें तो गठबंधन की अगुवाई कर रही पार्टी के 78 विधायक हैं। जीतन राम मांझी की अगुवाई वाली हम पार्टी के 4 विधायक हैं। नीतीश कुमार को माइनस करके देखें तो एनडीए के विधायकों की संख्या 82 पहुंचती है।

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का भी एक विधायक है जो न तो एनडीए (NDA) में शामिल है और ना ही महागठबंधन में। आंकड़ों के मुताबिक एनडीए हो या महागठबंधन, नीतीश कुमार की पार्टी जिधर का रुख कर ले उधर आसानी से सरकार बन और बच जाएगी।