Bihar Politics: बिहार में किला बचाने के लिए लालू यादव का ‘मास्टर स्ट्रोक’!

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Bihar Politics News: बिहार की सियासत में एक बार फिर उथल-पुथल मच गई है। महागठबंधन सरकार की अगुवाई कर रही नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अगुवाई वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच तल्खी इस कदर बढ़ गई है कि सरकार पर बन आई है। नीतीश कुमार के आरजेडी से नाता तोड़ने की अटकलों के बीच लालू खेमे ने 122 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए 8 और विधायकों (MLAs) को साधने की कवायद शुरू कर दी है। और वहीं गणतंत्र दिवस पर नीतीश-तेजस्वी मिले। पढ़िए पूरी खबर…
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बिहार में सियासी हालात बदल गए हैं। महागठबंधन सरकार (Grand Alliance Government) की अगुवाई कर रही नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच तल्खी इस कदर बढ़ गई है कि सरकार पर बन आई है। नीतीश कुमार ने सीएम हाउस पर जेडीयू नेताओं के साथ बैठक की है।

वहीं लालू यादव (Lalu Yadav) और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी नेताओं के साथ। दिल्ली में अमित शाह ने बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी और अन्य नेताओं के साथ बैठ की तो वहीं इससे पहले बिहार बीजेपी प्रभारी के आवास पर भी बैठक हुई।

नीतीश और चिराग के बीच की तल्खी जगजाहिर

नीतीश और चिराग (Nitish and Chirag) के बीच की तल्खी जगजाहिर है। चिराग ने तब भी नीतीश के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रखा था जब वह एनडीए में थे। बिहार चुनाव में चिराग ने जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार तक उतार दिए थे। चिराग की पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी लेकिन करीब दो दर्जन सीटों पर नीतीश कुमार की पार्टी की हार की वजह जरुर बन गई।

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बिहार चुनाव के बाद नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के तीखे तेवरों को देख भाजपा (BJP) ने चिराग को एक तरह से उनके हाल पर छोड़ दिया था। एलजेपी टूट गई और पशुपति पारस को एलजेपी कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री बना दिया गया। चिराग अपनी पार्टी में अकेले सांसद रह गए, बाकी सभी पारस के साथ हो लिए, चिराग की कुछ ही महीनों पहले एनडीए में वापसी हुई है।

नीतीश कुमार के आरजेडी से नाता तोड़ने की अटकलों के बीच लालू खेमे ने 122 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए 8 और विधायकों को साधने की कवायद शुरू कर दी है। 243 सीटों वाली विधानसभा (Assembly) में फिलवक्त सीटों का गणित कुछ इस तरह है। राजद+कांग्रेस+लेफ्ट की सीटों को मिला लिया जाए तो 79+19+16 यानी 114 का नंबर बनता है। मतलब साफ है बहुमत के लिए 8 विधायकों की कमी है। लालू खेमा इन्हीं 8 विधायकों को साधने में जुट गई है।

वहीं नीतीश कुमार अपने आवास पर जेडीयू के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। लालू जादुई आंकड़ा जुटा लें, इससे पहले ही नीतीश विधानसभा भंग कर सकते हैं।

सत्ता हासिल करने के लिए सीटों के समीकरण जानें

सत्ता हासिल करने के लिए सीटों के समीकरण की बात करें तो जीतन राम मांझी की पार्टी HAM के 4 विधायक हैं। AIMIM का 1 विधायक, एक निर्दलीय विधायक (सुमित सिंह) हैं। अगर लालू इन्हें भी साथ लेते हैं तो नंबर बनता है 120 का। अभी भी लालू को 2 विधायक और चाहिए। वहीं सीएम हाउस के बाद राबड़ी आवास में भी हलचल तेज हो गई है। लालू से मुलाकात करने उनके करीबी भोला यादव और शक्ति सिंह यादव राबड़ी आवास पर पहुंचे हैं। उनके अलावा कुछ अन्य विधायक भी पहुंच रहे हैं।

चौबे समेत भाजपा के नेता दिल्ली रवाना

इस सियासी हलचल के बीच बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) दिल्ली रवाना हो गए हैं। उनके अलावा अश्विनी चौबे भी दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। बता दें कि जेडीयू के नेता केसी त्यागी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, सम्राट चौधरी इंडिगो की फ्लाइट से दिल्ली रवाना हुए हैं। वहीं जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने नीतीश की निराशा की अफवाहों का खंडन किया। साथ ही दावा किया कि नीतीश के नेतृत्व में राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है।

जेडीयू नेता ने दी सफाई

बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार के वंशवाद की राजनीति पर दिए गए बयान और रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) के ट्वीट पर आरजेडी नेता शक्ति यादव ने कहा कि वंशवाद की राजनीति पर नीतीश कुमार का बयान बीजेपी नेताओं के लिए हो सकता है।

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लालू की बेटी के पोस्ट से बढ़ा सियासी हंगामा

लालू यादव (Lalu Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य ने आज अपने एक्स अकाउंट पर 3 पोस्ट किए थे, जिनसे बिहार की सियासत में हंगामा मच गया। मामला इतना बढ़ गया कि खुद सीएम नीतीश कुमार ने रोहिणी के पोस्ट पर जानकारी मंगवा ली। मामले ने तूल पकड़ा तो रोहिणी ने चुपचाप बिना सफाई दिए ही अपने पोस्ट डिलीट कर दिए।

रोहिणी ने एक्स पर 3 पोस्ट कर कहा था कि समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है। अपनी अगली पोस्ट में रोहिणी लिखती हैं कि खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।

इसके अलावा अपनी पोस्ट में रोहिणी (Rohini) ने लिखा कि अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां। रोहिणी की इस पोस्ट को अप्रत्यक्ष रूप से सीएम नीतीश कुमार पर निशाने के रूप में भी देखा जा रहा है।

नीतीश ने बदले थे आरजेडी कोटे के मंत्रियों के विभाग

जेडीयू और आरजेडी (JDU and RJD) के बीच बढ़ रही दूरी के बीच नीतीश ने हाल ही में आरजेडी कोटे के 3 मंत्रियों के विभाग में भी फेरबदल कर दिया था। उधर जनता दल यूनाइटेड ने अगले कुछ दिनों तक अपने सभी विधायकों को पटना में रहने के लिए कहा था।