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Vice President: कौन बनेगा भारत का उपराष्ट्रपति? इन नामों पर सबसे ज़्यादा चर्चा

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Vice President: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद यह तय हो गया है कि देश को जल्द ही नया उपराष्ट्रपति मिलने वाला है।

Vice President: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) का इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद देश में उपराष्ट्रपति पद (Vice Presidential Post) को लेकर हलचल तेज हो गई है। धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक पद से इस्तीफा दिया, लेकिन इसके पीछे की टाइमिंग और वजहों पर राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…

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अब जब यह पद रिक्त हो गया है, तो जल्द ही उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। इस बीच राजनीतिक हलकों में कुछ नामों की चर्चा जोर पकड़ रही है, जिनमें से कोई एक देश का अगला उपराष्ट्रपति बन सकता है।

कौन-कौन हैं रेस में आगे?

उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में फिलहाल 4-5 नाम प्रमुख रूप से चर्चा में हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Governor Arif Mohammad Khan) का है। उन्हें एक उदारवादी और प्रबुद्ध मुस्लिम नेता के रूप में जाना जाता है। तीन तलाक जैसे मुद्दों पर उन्होंने खुलकर मोदी सरकार का समर्थन किया था। भारतीय संस्कृति और मुस्लिम समाज में सुधारों पर उनकी स्पष्ट सोच ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। बिहार चुनाव को देखते हुए भी उनका नाम रणनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।

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दूसरा नाम हरिवंश नारायण सिंह (Harivansh Narayan Singh) का है, जो वर्तमान में राज्यसभा के उपसभापति हैं। वे पत्रकारिता से राजनीति में आए हैं और जदयू से राज्यसभा सदस्य हैं। अनुभव के लिहाज़ से वे इस पद के लिए उपयुक्त माने जा रहे हैं।

जेपी नड्डा (JP Nadda) का नाम भी इस पद के लिए चर्चा में है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उनकी दावेदारी कमजोर है। पार्टी संगठन में उनकी भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है।

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर (Minister Shashi Tharoor) का नाम भी अचानक सुर्खियों में आ गया है। हाल के दिनों में थरूर केंद्र सरकार के प्रति नरम रुख अपनाते नजर आए हैं। विदेश में भारत सरकार के पक्ष में प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर उन्होंने अपनी भूमिका निभाई है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनसे संतुष्ट हैं। लेकिन कांग्रेस में उनके इस रवैये से नाराजगी भी देखी जा रही है।

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क्या हो सकता है कोई सरप्राइज नाम?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोदी-शाह की जोड़ी सरप्राइज देने के लिए जानी जाती है, ऐसे में अंतिम समय में कोई नया नाम भी सामने आ सकता है।

लेकिन तस्वीर कुछ भी हो, इतना तय माना जा रहा है कि इस पद पर जीत एनडीए समर्थित उम्मीदवार की ही होगी। क्योंकि संसद में मौजूदा समय में बीजेपी के पास स्पष्ट बहुमत है।