Prayagraj Mahakumbh: प्रयागराज महाकुंभ के लिए योगी सरकार (Yogi Government) की तरफ से तैयारी जोरों पर है। इस बार पहली बार महाकुंभ मेला (Maha Kumbh Mela) क्षेत्र में अस्थायी सर्किट हाउस और गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा। महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया है कि मेला क्षेत्र में अस्थाई सर्किट हाउस (Temporary Circuit House) और गेस्ट हाउस की शासन से मंजूरी मिल गई है। निर्माण के लिए टेंडर निकालने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे हैं महाकुंभ को दिव्य, भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार संकल्पित है। प्रशासन का अनुमान है कि इस बार महाकुंभ (Mahakumbh) में 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालु व पर्यटक पहुंच सकते हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए प्रशासन की तरफ से विभिन्न नए कदम उठाए जा रहे हैं। कुंभ मेला क्षेत्र के अंदर और कुंभ क्षेत्र से सटे हुए शहरी क्षेत्रों में भी उनके ठहरने के लिए पर्यटन विभाग और मेला प्राधिकरण ने कई कदम उठा रहा है।
मेला क्षेत्र में अस्थाई सर्किट हाउस और गेस्ट हाउस बनेगा
प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) के लिए योगी सरकार की तरफ से तैयारी जोरों पर है। इस बार पहली बार महाकुंभ मेला क्षेत्र में अस्थायी सर्किट हाउस और गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा। महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया है कि मेला क्षेत्र में अस्थाई सर्किट हाउस और गेस्ट हाउस की शासन से मंजूरी मिल गई है। निर्माण के लिए टेंडर निकालने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
देश-विदेश से आने वाले वीवीआईपी तथा राज्य अतिथियों के लिए मेला क्षेत्र में 55 सुईट का अस्थायी सर्किट हाउस बनाया जाएगा। शहर के चंद्रशेखर आजाद सर्किट हाउस (Chandrashekhar Azad Circuit House) की तर्ज पर ही इसका निर्माण और संचालन किया जाएगा। इसके पास ही स्नान हेतु वीआईपी घाट बनाए जायेंगे। राज्य सरकार ने इसके लिए 17 करोड़ रुपये स्वीकृत हो गए हैं।
अस्थायी सर्किट हाउस (Temporary Circuit House) के अलावा मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में 25 हजार बेड का गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा। वहां टॉयलेट और यूरिनल की भी विशेष सुविधा होगी। गेस्ट हाउस मेला क्षेत्र के कई स्थानों पर बनाए जाएंगे। कुंभ मेला अधिकारी के मुताबिक लगभग 32 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण किया जाएगा।
मेला क्षेत्र में गंगा-पंडाल एवं कन्वेंशन-हॉल (Convention hall) का भी निर्माण किया जाएगा। जर्मन हैंगर से निर्माण किए गए इन पंडालों की क्षमता 10 हजार से अधिक होगी। इसके लिए अलग से बजट जारी होगा। स्नान घाटों, प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग और जाली लगाई जाएगी। इसके लिए शासन से मेला प्राधिकरण से 7 करोड़ मिल चुके हैं।
शहरी क्षेत्र में पेइंग गेस्ट योजना की होगी शुरुआत
महाकुंभ में आने वाले विशिष्ट अतिथियों के अलावा आम आदमी के लिए शहरी क्षेत्र में पर्यटन विभाग की तरफ से पेइंग गेस्ट योजना शुरू की जा रही है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह (Aparajita Singh) के मुताबिक पेइंग गेस्ट योजना में चिन्हित क्षेत्रों में पर्यटकों के लिए आवश्यक आवासीय सुविधाओं में वृद्धि के साथ ही साथ ऐसे भवन स्वामियों, जिनके पास पर्यटकों को रूकवाने हेतु अतिरिक्त कमरे उपलब्ध हों उन्हें इस सेवा से जोड़ा जाएगा। इससे स्वतः रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए दिशा-निर्देश तैयार हो चुके हैं।