Tech Job: एक सॉफ्टवेयर कंपनी के सीईओ ने महज 5 मिनट की बातचीत के बाद एक कॉलेज स्टूडेंट को नौकरी दे दी।
Tech Job: दुनियाभर में भर्ती प्रक्रिया जहां आमतौर पर कई राउंड (Multiple Rounds) और हफ्तों तक चलती है, वहीं क्रोएशिया (Croatia) की एक सॉफ्टवेयर कंपनी के सीईओ ने सिर्फ 5 मिनट की बातचीत के बाद एक कॉलेज स्टूडेंट को नौकरी पर रख लिया। यह कहानी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। सीईओ के इस फैसले की तारीफ की जा रही है, साथ ही स्टूडेंट के साहस और ईमानदारी को भी सराहा जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर…

ये भी पढ़ेंः क्या तेजपत्ता आपकी किस्मत बदल सकता है?
कोड ऑफ अस के CEO का अनोखा फैसला
कोड ऑफ अस (Code of Us) नामक सॉफ्टवेयर कंपनी के सीईओ और संस्थापक सैंडी स्लोंजसक (Sandy Slonjsak) ने X पर अपनी इस दिलचस्प कहानी साझा की। उन्होंने कहा कि एक कॉलेज स्टूडेंट के साथ पांच मिनट की बातचीत में वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने तुरंत उसे नौकरी की पेशकश कर दी। स्लोंजसक ने इस फैसले के पीछे नौ प्रमुख कारण भी गिनाए, जिन्होंने उन्हें इस युवा आवेदक को हायर करने के लिए प्रेरित किया।

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25
जॉब देने के पीछे CEO की 9 ठोस वजहें
- उसने बिना किसी नौकरी की घोषणा के खुद से अप्लाई करने की हिम्मत दिखाई।
- उसने ईमानदारी से स्वीकार किया कि वह अभी सीख रही है और सब कुछ नहीं जानती।
- उसमें सीखने की ललक और मेहनत करने का जज़्बा था।
- वह फीडबैक को खुले दिल से स्वीकार कर रही थी और अपनी बात स्पष्ट व संक्षिप्त तरीके से रख रही थी।
- उसने अपने कौशल दिखाने के लिए खुद से प्रोजेक्ट्स बनाए थे।
- उसमें समझदारी और महत्वाकांक्षा थी।
- वह 3 महीने तक न्यूनतम वेतन पर काम करने के लिए भी तैयार थी।
- उसने कहा कि वह तुरंत काम शुरू कर सकती है।
- इन सभी बातों को देखकर स्लोंजसक ने कहा, ‘हर तरफ हरी झंडी थी उसे नौकरी मिल गई।’
ये भी पढ़ेंः IT Engineer: भारत के IT इंजीनियर्स के लिए बेहद चौंकाने वाली रिपोर्ट
सोशल मीडिया पर मिली सराहना
स्लोंजसक की इस पोस्ट को X पर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। लोगों ने स्टूडेंट की हिम्मत और सीईओ की प्रतिभा पहचानने की क्षमता की खूब तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, ‘हर रिक्रूटर ऐसा नहीं करता, लेकिन आपने किया, यह सराहनीय है। अब आप उसे उस काम में माहिर बना सकते हैं, जिसके लिए उसने आवेदन किया था।’
एक अन्य यूजर ने कहा, ‘लगता है वह तीन महीनों में उतना सीख जाएगी, जितना कई लोग तीन साल में नहीं सीख पाते।’ कुछ लोग यह जानने को उत्सुक थे कि सीईओ छात्रा को कैसे प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देंगे, जबकि अन्य ने उन्हें ऐसे ही प्रेरक फैसले लेते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।

