Sonpur Mela: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला समाप्ति की तरफ है। एशिया के सबसे बड़े सोनपुर मेले का समापन 14 दिसंबर को हो जाएगा। 32 दिनों तक चलने वाले इस मेले में हर दिन हजारों की भीड़ उमड़ रही है। मेला अपने पूरे शबाब पर है। बिहार और बिहार के बाहर अलग अलग जगहों से लोग मेले का आनंद उठाने सोनपुर पहुंच रहे हैं। अंतिम रविवार को मेले में सबसे ज्यादा भीड़ दिखी. हर उम्र के लोग मेले का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। कोई लजीज व्यंजनों का स्वाद चख रहा है तो कोई घरेलू उपयोग के सामान की खरीदारी में व्यस्त है। कोई सरकारी विभागों की प्रदर्शनियों में अपना वक्त गुजारकर ज्ञानवर्धन कर रहा है।
झूलों का आनंद उठाते दिखे बच्चे व युवा
बच्चे व युवा विभिन्न वैरायटी के झूलों का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। पूरे दिन मेला घूमने आने वाले लोगों का तांता नजर आ रहा है। लोगों का उत्साह अपने चरम पर है। वैष्णो देवी की गुफा व केदारनाथ मंदिर का भी हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किया. मौत के कुआं में भी लोगों ने खूब मस्ती की. अधिकांश दुकानों पर खरीदारों की भी खूब भीड़ रही जिससे दुकानदारों को अच्छी आमदनी हुई और उनलोगों के चेहरे खिले नजर आये. दर्शनार्थियों ने मेले में फोटो खींचकर या सेल्फी लेकर फिर उसे विभिन्न सोशल साइटों पर पोस्ट किया और मेला घूमने की गवाही दी तो बुजुर्गों ने मुख्य पंडाल में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपना वक्त बिताया.
छुट्टी होने के चलते लोगों ने सपरिवार उठाया आनंद
मेले की समाप्ति के पूर्व के अंतिम रविवार को मेला पूरी तरह से जवान होता दिखा. 11 बजे के बाद से हर तरफ से लोग मेले में प्रवेश करते नजर आये. दीघा पहलेजा पुल, छपरा हाजीपुर, रेवा सोनपुर व पुराने गंडक पुल के रास्ते से लोगों को मेले में प्रवेश करते देखा गया. कोई रिजर्व वाहनों से तो कोई भाड़े के वाहनों के सहारे मेले में पहुंचते देखा गया. ट्रेनों में भी दर्शनार्थियों की भीड़ दिखी. रविवार को छुट्टी होने के चलते हर कदम मेले की ओर जाते दिखा. बच्चों को अभिभावकों की गोद व हाथों का सहारा मिला तो बुजुर्ग लोग भी पोता पोती के सहारे मेला घूमने का साक्षी बने. लोगों को सपरिवार मेले का आनंद उठाते देखे गया तो हर रिश्त में जीवंतता लौटती दिखी. नौकरी-पेशा लोगों ने भी अपने परिजनों के साथ मेले में क्वालिटी टाइम बिताया. देर रात तक मेले के चप्पे-चप्पे पर लोगों की भीड़ दिखी और चकाचौंध रोशनी में पूरा मेला नहलाया नजर आया.