Punjab News: पंजाब के तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार बलवंत सिंह (Jathedar Balwant Singh) नंदगढ़ ने आज इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। तख्त श्री दमदमा साहिब (Takht Sri Damdama Sahib) के जत्थेदार बलवंत सिंह ने 80 साल की उम्र में दुनिया से विदा ली। श्री मुक्तसर साहिब (Sri Muktsar Sahib) के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया है। जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ मार्च 2003 से लेकर जनवरी 2015 तक तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार रहे। इससे पहले वे 1996 में एसजीपीसी के सदस्य भी चुने गए थे।
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2015 को किए गए थे मुअत्तल
जत्थे दार ज्ञानी बलवंत सिंह नन्दगढ को 18 जनवरी 2015 को कौम में तकरारबाजी, दो फाड़, पंच प्यारों का निरादर करने के दोष में पद से मुअत्तल कर दिया गया था। गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में हुई एसजीपीसी के अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ की अध्यक्षता में बुलाई बैठक में यह फैसला लिया गया था।
अस्पताल में ली अंतिम सांस
बलवंत सिंह नंदगढ़ ने देश की अलग इकाई के प्रतीक मूल नानकशाही कैलेंडर के पक्ष में कड़ा रुख अपनाया था, भले ही उन्हें तख्त श्री दमदमा साहिब साबो की तलवंडी की जत्थेदारी छोड़नी पड़ी। दरबार-ए-खालसा संगठन के जत्थेदार नंदगढ़ के नेतृत्व में 14 अक्टूबर 2018 को बत्तीनवाला चौक कोटकपूरा में मनाए गए लानत दिवस के मौके पर प्रकाश सिंह बादल को लेकर लानत पत्र भी पढ़ा था।
कई दिनों से थे बीमार
आपको बता दें कि जत्थेदार बीते कुछ दिनों से बीमार थे और उनकी संभाल उनके बेटे जेल सुप्रीटेंडेंट शिवराज सिंह नंदगढ़ द्वारा की जा रही थी। उनका अतिंम संस्कार श्री मुक्तसर साहिब के बड़ा गुज्जर जेल रोड पर स्थित उनके फार्म हाउस पर किया गया।