Punjab में नशा तस्करी पर लगाम कसने के लिए पंजाब पुलिस एक नई तकनीकी पहल की तैयारी कर रही है।
Punjab News: पंजाब में नशा तस्करी पर लगाम कसने के लिए पंजाब पुलिस (Punjab Police) एक नई तकनीकी पहल की तैयारी कर रही है। अब बड़े नशा तस्करों (Drug Smugglers) को जेल से रिहा होने के बाद जीपीएस ट्रैकिंग एंकलेट (Gps Tracking Anklet) पहनाया जाएगा, जिससे उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। इस प्रणाली को अमेरिका और कनाडा की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) ने इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इसे कोर्ट की अनुमति से लागू किया जाएगा और कानूनी सलाह ली जा रही है।

कोर्ट की अनुमति से पहनाया जाएगा GPS एंकलेट
GPS एंकलेट एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic Devices) है जिसे आरोपी के पैर में पहनाया जाएगा। जब कोई बड़ा नशा तस्कर जमानत पर रिहा होगा, तो उसे कोर्ट की अनुमति से यह डिवाइस पहनना अनिवार्य होगा। यह डिवाइस (Device) आरोपी की लोकेशन और मूवमेंट को लगातार ट्रैक करेगा। यदि आरोपी इसे निकालने या नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो पुलिस को तुरंत अलर्ट मिलेगा। यह प्रणाली निगरानी की आधुनिक तकनीक के तहत कार्य करेगी, जो मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं करेगी।
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जेलों में भी नशा तस्करी पर लगेगा ब्रेक
डीजीपी गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) ने कहा कि पंजाब की जेलों में भी नशा तस्करी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। अब तक 250 से अधिक एफआईआर जेलों के अंदर नशा मिलने के मामलों में दर्ज की जा चुकी हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने 500 करोड़ रुपये की लागत से जेल आधुनिकीकरण योजना शुरू की है। इससे जेलों में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।
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गांवों में नशा मुक्त पंचायतों की होगी जांच
पंजाब सरकार (Punjab Government) की मंशा नशा मुक्त पंजाब बनाने की है। इसके तहत कई गांवों ने नशा मुक्त पंचायत प्रस्ताव पारित किए हैं। अब पुलिस उन गांवों में जाकर जांच करेगी कि क्या वास्तव में नशा खत्म हुआ है। इस प्रक्रिया में पंचायत और बीडीसी सदस्यों से बातचीत कर यह जानकारी ली जाएगी कि नशा कहां से आ रहा है और कौन लोग इसमें शामिल हैं।

