उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Noida News: बिग बॉस ओटीटी2 के विनर और जाने-माने यूट्यूबर एल्विश यादव (YouTuber Elvish Yadav) पिछले कई दिनों से चर्चा का विषय बने हुए हैं। एक बैन स्नैक(सांप) के साथ उनका एक वीडियो सामने आने के बाद से उनको लेकर विवाद शुरू हो गया है। नोएडा (Noida) में एक केस दर्ज किया गया है। लेकिन अब इस सांप वाले केस में एल्विश यादव का नाम डालने वाले थाना प्रभारी पर बड़ी कार्रवाई हो गई है। इस मामले के चलते नोएडा सेक्टर 49 (Noida Sector 49) थाना प्रभारी पर एक्शन ले लिया गया है। अपर आयुक्त, (Additional Commissioner), आनन्द कुलकर्णी ने बताया कि बढ़ते अपराध पर अंकुश न लगा पाने और विवेचना में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। नोएडा के सेक्टर-49 थाना प्रभारी संदीप चौधरी को लाइन हाजिर किया गया है।
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आनंद कुलकर्णी ने आगे बताया कि कोटा पुलिस (Kota Police) द्वारा नोएडा पुलिस से संपर्क कर एल्विश को पकड़ने की बात कही गई थी। जवाब में नोएडा पुलिस ने कहा कि इस मामले में अभी जांच चल रही है। जांच के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वहां की पुलिस ने एल्विस को छोड़ दिया। एल्विश को न तो अभी तक पुलिस ने क्लीन चिट दी है और न ही आरोपी बनाया है उन्हें नोएडा पुलिस के कहने पर छोड़ा गया यह कहना निराधार है। मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
आपको बता दें कि जिस सांप के साथ एल्विश यादव का वीडियो वायरल हुआ था वो भारत में बैन बताया जा रहा है और पीपील फॉर एनिमल्स नाम की संस्था ने अक्टूबर महीने में गुरुग्राम पुलिस से एल्विश यादव की शिकायत की थी। नोएडा में इसकी शिकायत दर्ज की गई और एक एफआईआर भी पुलिस ने दर्ज की थी। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सांपों का जहर इस्तेमाल करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि, एल्विश यादव ने खुद सामने आकर वायरल वीडियो को लेकर अपनी सफाई दी। साथ ही साथ उन्होंने एनजीओ पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी थी।
एल्विश यादव ने वीडियो के माध्यम से अपनी सफाई में कहा था कि इस केस में उनकी कोई भूमिका नहीं है। एल्विश यादव पर आरोप लग रहे थे कि वो सांपों का जहर सप्लाई करने में शामिल हैं। लेकिन एल्विश यादव ने सामने आकर कहा था कि मैंने देखा कि मेरे खिलफ कैसी-कैसी न्यूज फैल रही है। मेरे ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मैं यूपी पुलिस के साथ पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं।’ इसी के साथ एल्विश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से यह भी अपील की थी कि इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाएं।
अपने वीडियो में एल्विश यादव ने कहा था कि पहले तो मैं सोचता था कि कुछ नहीं करते। लेकिन जब इमेज खराब होती है तो बड़े गंदे तरीके से होती है जो लोग मुझे देख रहे हैं वो मुझे जज मत करना। इंतजार करना, जब पुलिस इन्वेस्टिगेशन होगी, मैं वीडियो भी शेयर करूंगा। बहुत विश्वास से बोल रहा हूं। कुछ सोचकर बोल रहा हूं। पुलिस भी कहेगी और बयान भी जारी होगा।’
पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही, मामले में एल्विश यादव की भूमिका की जांच करेगी
पुलिस के अनुसार, घटना के वक्त एल्विश यादव नोएडा के बैंक्वेट हॉल (Banquet Hall) में मौजूद नहीं थे। अधिकारी ने कहा कि पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही है और मामले में यूट्यूबर की भूमिका की जांच करेगी, जिसके बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीएफए के पशु कल्याण अधिकारी गौरव गुप्ता की शिकायत के बाद वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) के प्रावधानों के तहत यादव और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।