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Noida: महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद पर बड़ा आरोप, आश्रमों की संपत्ति को हड़पने के लिए की जा रही है…!

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Noida News: महामंडलेश्वर योगपुरुष परमानंद गिरि महाराज के भतीजे एवं महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयानंद पर बड़ा आरोप लगा है। आरोप ये है की आश्रम की संपत्ति हड़पने के लिए के लिए कई संतों को जहर तक दिया जा रहा है। आश्रम के एक संत के मुताबिक इसमें वात्सल्यग्राम की साध्वी ऋताम्बरा दीदी मां भी सम्मिलित है।

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आरोपों के मुताबिक सर्वप्रथम हरिद्वार में अखंड परमधाम के महामंडलेश्वर अनुभूतानंद जी मौत और दूसरा उज्जैन के जाने माने प्रखर अंतरराष्ट्रीय वक्ता शांतिस्वरूपानंद जी को साजिश के तहत चार धाम मंदिर से निष्कासित किया जाता है। अधिकारियों को झूठी दिलासा दिलाकर वर्षों-वर्षों से सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करने वाले सभी संतों को ज्योतिर्मयानंद के द्वारा अखाड़े के महामंडलेश्वरों को उनके पदों से हटाया जा रहा है,तीसरा हरिद्वार के स्वामी नित्यानंद जी एवं बालानंद जी की रहस्यमयी मौत और चित्रकूट के महामंडलेश्वर श्री स्वामी जगत प्रकाश त्यागी जी का भी अचानक निधन इस पर कई सवाल खड़े करता है।

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आरोप है कि ये सब ज्योतिर्मयानंद के द्वारा इसलिए किया जा रहा है की ज्योतिर्मयानंद एक शादीशुदा व्यक्ति है और इसकी एक बेटी भी पायी जाती है और ज्योतिर्मयानंद अपने भाइयों को, भतीजों को, भांजों को और अपने चाचाओं को फ़र्ज़ी साधु बनाकर वहां बैठा रहा है। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री एवं देश के गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से निवेदन है की इन सभी संतों के हत्या की सीबीआई जांच करवायी जाये, मैं महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरि महाराज हमेशा से सच कहने की ताक़त रखता हूं अंजाम कुछ भी हो ज्योतिर्मयानंद के द्वारा मुझे भी कई बार डराया गया धमकाया गया जब योगपुरुष स्वामी परमानंद जी द्वारा दिए गए बयान जिसमे परमानन्द जी ने संतों की कुत्ते से तुलना की थी उस पर मेरी प्रतिक्रिया के ऊपर वाले के तब ज्योतिर्मयानंद ने मुझे कई गुंडों से फ़ोन करवाया, आगे भारत की धरा पर किसी भी प्रदेश में अगर मेरे ऊपर हमला किया जाता है या कोई भी वारदात होती है तो इसका जिम्मेदार साध्वी ऋतांबरा, योगपुरुष स्वामी परमानंद गिरी और ज्योतिर्मयानंद होंगे, तथा मेरा 13 अखाड़े के अध्यक्ष श्री रवींद्रपुरी जी महाराज से और जूना अखाड़े के सचिव श्री हरिगिरी जी महाराज से निवेदन और प्रार्थना करता हूं की ऐसे ग्रस्तियों को अखाड़े से तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए और संत समाज की गरिमा को बचाना चाहिए।

Disclaimer: खबरी मीडिया को भेजे गए पत्र पर आधारित, संस्थान ख़बर की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है ।