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Noida Airport: नोएडा एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने वालों को देना होगा एक्स्ट्रा चार्ज

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Noida Airport: हवाई यात्रा करने वालों के लिए एक नई चुनौती सामने आई है।

Noida Airport: हवाई यात्रा करने वालों के लिए एक नई चुनौती सामने आई है। अगर आप नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से फ्लाइट पकड़ने की योजना बना रहे हैं, तो आपको अपनी जेब और ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। एयरपोर्ट रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) ने नोएडा एयरपोर्ट पर यूजर डेवलपमेंट फीस (UDF) लागू करने का फैसला किया है, जिससे यात्रियों को टिकट के अलावा अतिरिक्त चार्ज चुकाना होगा। पढ़िए पूरी खबर…

आपको बता दें कि एयरपोर्ट रेगुलेटरी अथॉरिटी (AERA) ने इस एयरपोर्ट पर ‘यूजर डेवलपमेंट फीस’ (UDF) लागू करने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि यात्रियों को अपने टिकट की कीमत के अलावा 210 रुपये से 980 रुपये तक का अतिरिक्त शुल्क देना होगा। यह शुल्क दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport) पर लगने वाले UDF (129 रुपये से 810 रुपये) से अधिक है। यह अस्थाई टैरिफ 31 मार्च, 2026 तक या जब तक AERA नियमित टैरिफ जारी नहीं करता, तब तक लागू रहेगा। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक यह एयरपोर्ट शुरू कर दिया जाएगा। एयरपोर्ट निर्माण का काम तेजी से चल रहा है और बचे हुए कार्य को पूरा किया जा रहा है।

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कितना होगा UDF शुल्क?

घरेलू उड़ानें (प्रस्थान): 490 रुपये।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें (प्रस्थान): 980 रुपये।

घरेलू आगमन: 210 रुपये।

अंतरराष्ट्रीय आगमन: 420 रुपये।

इन शुल्कों पर अतिरिक्त टैक्स भी लागू होगा। यह टैरिफ अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाले एयरपोर्ट के संचालन के साथ प्रभावी होगा।

यात्रियों की अनुमानित संख्या

एयरपोर्ट ऑपरेटर (Airport Operators) के अनुमान के मुताबिक, शुरुआती वर्षों में 94 प्रतिशत से अधिक यात्री घरेलू उड़ानों के होंगे। चालू वित्तीय वर्ष में 57 लाख घरेलू और 2.4 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आने की उम्मीद है। मार्च 2030 तक यह संख्या बढ़कर 1.7 करोड़ घरेलू और 10 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्रियों तक पहुंच सकती है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला चरण, जिसकी लागत 7,209 करोड़ रुपये है, सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है। भविष्य में इस क्षमता को 3 करोड़, फिर 5 करोड़ और अंत में 7 करोड़ यात्रियों तक बढ़ाने की योजना है।

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दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स में शुमार होने का लक्ष्य

उत्तर प्रदेश सरकार की योजना नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) को दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स में से एक के रूप में विकसित करने की है। इस एयरपोर्ट में कई टर्मिनल और रनवे होंगे। वर्तमान में दिल्ली का आईजीआई एयरपोर्ट भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जो सालाना 10 करोड़ यात्रियों को संभालता है। नोएडा एयरपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा और नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, आगरा और मथुरा जैसे शहरों के लिए हवाई यातायात की सुविधा प्रदान करेगा। यह कई धार्मिक और पर्यटन स्थलों के लिए प्रवेश द्वार के रूप में भी काम करेगा।