इस साल भी एम्स दिल्ली देश के TOP 10 Medical College की लिस्ट में पहले पायदान पर रहा है।
TOP 10 Medical College: नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क, एनआईआरएफ रैंकिंग की घोषणा शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) ने कर दी है। इस साल भी एम्स दिल्ली (AIIMS Delhi) देश के टॉप मेडिकल कॉलेजों (Top Medical Colleges) की लिस्ट में पहले पायदान पर रहा है। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं लगातार 7 साल से यह पहले स्थान पर काबिज है। 2028 से 2024 तक लगातार एम्स देश के मेडिकल कॉलेजों में नंबर वन पर है। पढ़िए टॉप 10 मेडिकल कॉलेज की लिस्ट
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शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) ने देश के शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग यानी NIRF की 9वीं लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में देश के कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज की रैंकिंग बताई गई है। साल 2016 में सिर्फ 3565 कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ ने इसमें हिस्सा लिया था, लेकिन इस साल यानी 2024 में 10845 संस्थानों ने अपनी जगह बनाई है। साथ ही, पहले सिर्फ 4 तरह की रैंकिंग होती थी, लेकिन अब 16 तरह की रैंकिंग की जाती है।
पढ़िए टॉप 10 मेडिकल कॉलेज की लिस्ट
1- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, दिल्ली
2- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
3- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
4- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस, बेंगलुरु
5- जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
6- संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
7- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
8- अमृता विश्वविद्यापीठम
9- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल
10- मद्रास मेडिकल कॉलेज और सरकारी जनरल अस्पताल, चेन्नई
India Ranking 2024 कई नए पैरामीटर और बदलाव पेश करती है।
- अब से सभी तरह के कॉलेजों और सब्जेक्ट में रिसर्च और काम के दौरान खुद के लिखे कामों का हवाला नहीं दिया जा सकेगा।
- मेडिकल कॉलेजों में एक टीचर के लिए स्टूडेंट्स की संख्या 15 से घटाकर 10 कर दी गई है।
- इस साल पहली बार राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों की भी रैंकिंग की जा रही है, और इनमें एक टीचर के लिए छात्रों की संख्या 15 से बढ़ाकर 20 कर दी गई है।
- पर्यावरण और विकास को ध्यान में रखने वाले पैमाने भी जोड़े गए हैं।
- नए कामों के लिए नए पैमाने बनाए गए हैं।
- अब छात्र किसी भी समय पढ़ाई शुरू और छोड़ सकते हैं।
- इंडियन नॉलेज सिस्टम पर आधारित कोर्स शुरू किए जाएंगे।
- अलग-अलग भारतीय भाषाओं में कोर्स पढ़ाए जाएंगे।
साल 2024 में भी सभी तरह के कॉलेजों और यूनिवर्सिटी (Colleges and Universities) की एक साथ रैंकिंग की गई है। इसके साथ ही, अलग-अलग तरह के कॉलेजों जैसे विश्वविद्यालय, रिसर्च संस्थान, डिग्री कॉलेज, इनोवेशन करने वाले कॉलेजों की भी अलग-अलग रैंकिंग की गई है। साथ ही, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, लॉ, मेडिकल, डेंटल, आर्किटेक्चर और प्लानिंग, कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों की भी अलग-अलग रैंकिंग की गई है। इस साल पहली बार ओपन यूनिवर्सिटी, राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों और स्किल यूनिवर्सिटी की भी रैंकिंग शुरू की गई है।