Covid Update In MP: मध्य प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट (New Variants) को लेकर अलर्ट जारी करने की संभावना है। देश में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित राजधानी दिल्ली में कोविड के मामले सामने आने के बाद देशभर के साथ मध्य प्रदेश में भी डर बढ़ने लगा है। लेकिन अभी स्थिति सामान्य है। वहीं नए वेरिएंट का सामना करने के लिए राजधानी भोपाल (Bhopal) में डॉक्टरों ने मॉक ड्रिल की है। पढ़िए पूरी खबर…
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करने के लिए tau.id/2iy6f लिंक पर क्लिक करें
ये भी पढ़ेः MP में लाडली बहन योजना का क्या होगा..CM मोहन यादव से जानिए
कोविड-19 के पॉजिटिव और एक्टिव मरीजों की संख्या में एक बार फिर से बढ़ने लगी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WOH) के मुताबिक दिसंबर 2023 से चीन, अमेरिका और सिंगापुर में कोविड के नए वेरिएंट के केस में बढ़ोतरी हो रही है। इसे देखते हुए निगरानी एवं नियंत्रण के लिए टेस्ट, ट्रैक और ट्रीटमेंट कार्य योजना (Treatment Action Plan) के अनुरूप कार्यवाही करने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट को इंस्ट्रक्शन दिए गए है। भोपाल में कोविड-19 का कोई भी नया केस नहीं मिला है। फिर भी हेल्ड डिपार्टमेंट अलर्ट मोड में है और मॉक ड्रिल भी कर रहा है।
आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते केस (Rising Cases) के चलते विभाग ने लोक स्वास्थ्य की आपात स्थिति से निपटने के लिए समय समय पर तैयारियों का सतत मूल्यांकन करता रहा है। जिसके अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी को सुनिश्चित करने के लिए सतत रूप से निगरानी की जा रही है। इस संबंध में विगत दिनों गवर्नमेंट और प्राइवेट हेल्थ संस्थानों में मॉक ड्रिल भी आयोजित हुआ है।
मॉक ड्रिल में इन फैसिलिटी पर हो रही जांच
राजधानी भोपाल में हॉस्पिटल की मेडिकल सुविधाओं के साथ डॉक्टरों (Doctors) के अलर्ट्स के लिए जांच हुई। जिसमें एंबुलेंस, मानव संसाधन क्षमता, ऑक्सीजन प्लांट की कार्यक्षमता, अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति, आइसोलेशन वार्ड की उपलब्धता, कोविड परीक्षण की क्षमता, टैली मेडिसिन सेवाओं की उपलब्धता, लॉजिस्टिक की उपलब्धता के लिए मूल्यांकन किया जा चुका है।
जानिए क्या है मेडिकल फैसिलिटी की स्थिति?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी के समय में भोपाल जिले में 15 हजार से अधिक हॉस्पिटल बेड (Hospital Bed) उपलब्ध है। अस्पतालों में साढ़े 3 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सपोर्ट बिस्तर उपलब्ध हैं। इसके साथ ही 2 हजार से अधिक आई सी यू बेड, 750 वेंटीलेटर बेड क्रियाशील हैं।
जिले में 4 हजार से अधिक चिकित्सक, साढ़े 6 हजार से ज्यादा नर्सिंग ऑफिसर, 2 हजार पैरामेडिकल कर्मचारी, 150 एंबुलेंस उपलब्ध है। 21 हजार लीटर से अधिक क्षमता के 30 ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) क्रियाशील है। एक हजार से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं 5 हजार से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भोपाल जिले में है। सभी आवश्यक दवाइयां, मास्क, पी पी ई किट भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है।