MP News: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर CM डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह पर्व हमारी सनातन संस्कृति का उज्ज्वल पक्ष है।
MP News: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि यह पर्व हमारी सनातन संस्कृति का उज्ज्वल पक्ष है, जिसमें गुरु को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। उन्होंने गुरु को अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाने वाला बताते हुए कहा कि भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना के साथ विश्व में अपनी अनूठी पहचान बनाई है।

सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) भोपाल के कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं और शिक्षकों का सम्मान किया। कार्यक्रम में गुरु परंपरा और संस्कृति पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन किया गया। विद्यालय के बच्चों ने मुख्यमंत्री को स्केच आर्ट से बना चित्र भी भेंट किया।
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नए स्कूल भवन का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कमला नेहरू सांदीपनि कन्या शासकीय विद्यालय के नए सर्व-सुविधायुक्त भवन का लोकार्पण भी किया। लगभग 36 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस अत्याधुनिक भवन में उन्नत प्रयोगशालाएं, समृद्ध लाइब्रेरी और आधुनिक सुविधाओं से युक्त ऑडिटोरियम शामिल हैं।
भारत का मान बढ़ा रहे पीएम मोदी
सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पटल पर भारत का मान और सम्मान बढ़ाया है। बदलते दौर में भारत सभी क्षेत्रों में विकास के साथ सशक्त रूप से खड़ा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद किसी भी प्रधानमंत्री ने वह सम्मान नहीं दिलाया, जो पीएम मोदी ने भारत को दिलाया।
15 साल बाद टूटा रिजल्ट का रिकॉर्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 साल बाद सरकारी स्कूलों ने 10वीं और 12वीं के परिणामों में रिकॉर्ड तोड़ा है, जिसने निजी स्कूलों को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के साथ प्रदेश लगातार प्रगति कर रहा है। सरकारी स्कूलों ने अपनी साख बनाई है, भले ही निजी स्कूलों के पास बेहतर भवन और प्रबंधन हों।
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मेडिकल शिक्षा में प्रगति
सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि पहले मेडिकल शिक्षा और चिकित्सा विभाग अलग-अलग थे, लेकिन अब दोनों का एक ही मंत्री है। पहले प्रदेश में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 37 हो गए हैं। मेडिकल सीटों की संख्या 500 से बढ़ाकर 7500 करने का संकल्प लिया गया है, और दो साल में यह 10,000 तक पहुंच जाएगी। साथ ही, कॉलेजों में कम खर्च में रोजगारपरक शिक्षा प्रदान की जा रही है।

