Karni Sena Chief Murder: करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह के हत्यारों को पुलिस ने ऐसे पकड़ा

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Karni Sena Chief Murder: श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या में शामिल दो अहम आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। बता दें कि इनके नाम नितिन फौजी और रोहित राठौड़ है, जिसे दिल्ली क्राइम ब्रांच (Delhi Crime Branch) ने एक जॉइंट ऑपरेशन में गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों के एक मददगार उधम सिंह को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। तीनों आरोपियों को शनिवार देर रात चंडीगढ़ के सेक्टर-24 में एक होटल से पकड़ा गया है। आरोपियों से राजस्थान पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस ने मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
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Pic Social Media

बता दें कि बीते शनिवार को राजस्थान पुलिस ने रामवीर जाट को शूटरों रोहित और नितिन को अपनी बाइक पर घटनास्थल से भागने और उन्हें अजमेर रोड पर छोड़ने में मदद करने के आरोप में पकड़ लिया है। उनके साथ चाय पीने के बाद नितिन फौजी, रोहित राठौड़ और नवीन शेखावत ने 5 दिसंबर को गोगामेड़ी के घर पर उनकी हत्या कर दी थी। दोनों शूटर्स ने अपने साथी नवीन की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

रोहित गोदारा ने ही ली थी हत्या की जिम्मेदारी

गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) से करीबी माने जाने वाले गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। रोहित गोदारा (Rohit Godara) ने पहले एक फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि श्री गोगामेड़ी अपने दुश्मनों की मदद कर रहे थे और इसी वजह से हमला हुआ। पुलिस ने कहा कि शूटर गोगामेड़ी की हत्या के बाद रोहित गोदारा के करीबी सहयोगी वीरेंद्र चौहान के साथ लगातार संपर्क में थे। इसका नाम कई आपराधिक मामलों में भी था।

पुल‍िस ने लोकेशन ट्रैस कर पकड़ा

शूटरों की हालिया लोकेशन का पता उनके मोबाइल फोन से लगाया गया, क्योंकि वे भागने के दौरान वीरेंद्र चौहान को कॉल लगा रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया है कि वे पहले ट्रेन से हिसार गए और फिर उधम सिंह के साथ मनाली निकल गए। वे एक दिन के लिए मंडी में भी रुके। मंडी से तीनों लोग चंडीगढ़ आए जहां उन्हें पकड़ लिया गया।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई राजपूत नेता की सनसनीखेज हत्या के बाद राजस्थान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। जो हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार से बीजेपी की ओर से सत्ता छीनने के बाद सत्ता परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। शूटरों को ढूंढने के लिए कई टीमों का गठन किया गया था और पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए कोई भी जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की भी थी।