Jharkhand सरकार ने बोकारो और गोड्डा इंजीनियरिंग कॉलेजों का संचालन स्वयं करने का निर्णय लिया है।
Jharkhand News: झारखंड सरकार ने बोकारो और गोड्डा इंजीनियरिंग कॉलेजों (Bokaro and Godda Engineering Colleges) का संचालन स्वयं करने का निर्णय लिया है। बता दें कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से मान्यता प्राप्त होने के बाद बोकारो और गोड्डा इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहली बार झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (JCECEB) के माध्यम से छात्रों का नामांकन लिया गया है। इस कदम से इन कॉलेजों में शैक्षणिक गतिविधियां शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।

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कुल 630 पदों पर होगी नियुक्ति
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) ने दोनों कॉलेजों के लिए शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक पदों का सृजन कर दिया है। बोकारो इंजीनियरिंग कॉलेज में 85 शैक्षणिक और 125 गैर-शैक्षणिक, यानी कुल 210 पदों पर नियुक्तियां होंगी। वहीं, गोड्डा इंजीनियरिंग कॉलेज में 170 शैक्षणिक और 250 गैर-शैक्षणिक, यानी कुल 420 पदों पर भर्ती की जाएगी। शैक्षणिक पदों में असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, प्रोफेसर, डायरेक्टर और वर्कशॉप सुपरिटेंडेंट जैसे पद शामिल हैं।
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वेतन पर सालाना 41.88 करोड़ का खर्च
दोनों इंजीनियरिंग कॉलेजों के संचालन में केवल वेतन मद में सालाना 41.88 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। सरकार ने इन कॉलेजों को आत्मनिर्भर संस्थानों के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, ताकि भविष्य में वेतन, स्थापना और अन्य खर्चों का बोझ कॉलेज स्वयं वहन कर सकें।
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नियुक्ति के लिए कंप्यूटर दक्षता अनिवार्य
इन कॉलेजों में शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति के लिए कंप्यूटर दक्षता को अनिवार्य योग्यता बनाया गया है। प्रशासकीय पदवर्ग समिति और राज्य मंत्रिपरिषद ने इस शर्त के साथ पदों के सृजन को मंजूरी दी है। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि नियुक्त कर्मचारी और शिक्षक आधुनिक तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हों।

