India Today Conclave: इंडिया टुडे कॉनक्लेव में भारतीय सेनाओं के टॉप कमांडर इकट्ठे हुए। वहां ज्वाइंटनेस पर जोर दिया गया। यानी थल, वायु और नौसेना एक साथ कैसे मजबूत हों। भारतीय थल सेना के दक्षिणी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। अब बड़ा कदम लेने का समय है। इंटीग्रेटेड थियेटर कमांड जरूरी है।

हमारे दो पड़ोसी देशों को देखो, हमें भी ये चाहिए। उन्होंने पीएम के ‘जय’ फॉर्मूले की तारीफ की। ज्वाइंटनेस, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन। भारतीय वायुसेना के पूर्वी कमांड के कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल सूरत सिंह ने वायुसेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं में वायुसेना सबसे युवा है।
बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर में हमने कमाल किया। ऑपरेशन सिंदूर के 90 घंटे पर बताते हुए बोले कि हमने 25 मिनट में पूरा हुलिया बदल दिया। पाकिस्तान की हालत खराब हो गई। स्पीड, टेक्नोलॉजी, हथियार और सटीकता हमारी ताकत थी। सबने मिलकर किया, सरकार ने लक्ष्य दिया। पहले 25 मिनट सबसे अहम थे। एयरोस्पेस पावर पर कहा कि सारे हथियार एडवांस हो रहे हैं। अगले दशक की चुनौतियों के लिए तीनों सेनाएं तैयार हैं।