SBI-ICICI-HDFC

SBI-ICICI-HDFC अकाउंट रखने वालों के लिए जरूरी खबर

TOP स्टोरी Trending बिजनेस
Spread the love

SBI-ICICI-HDFC: बैंक ग्राहकों के लिए एक जरूरी अपडेट सामने आया है।

SBI-ICICI-HDFC News: बैंक ग्राहकों के लिए एक जरूरी अपडेट (Update) सामने आया है। बता दें कि देश के प्रमुख बैंकों- SBI, ICICI, HDFC और PNB ने अपने खातों में मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) बनाए रखने के लिए नए नियम तय किए हैं। इन नियमों का पालन न करने पर ग्राहकों (Customers) को जुर्माना भरना पड़ सकता है, साथ ही बैंक (Bank) से लेन-देन में भी दिक्कतें आ सकती हैं। इसलिए इन नए नियमों के बारे में जानना हर बैंक खाता धारक के लिए जरूरी है।
ये भी पढ़ेः Aadhar Card: आपके आधार कार्ड से जुड़ी बड़ी खबर..मिस मत कीजिएगा

Pic Social Media

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

SBI में मिनिमम बैलेंस नियम

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस की नई लिमिट निर्धारित की है।

  • बड़े शहरों में 3000 रुपये
  • छोटे शहरों में 2000 रुपये
  • गांव में 1000 रुपये

अगर ग्राहक इन राशि से कम बैलेंस रखते हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है।

PNB में मिनिमम बैलेंस नियम

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी अपने ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस तय किए हैं।

  • बड़े शहरों में 2000 रुपये
  • ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 रुपये

इन नियमों का पालन न करने पर ग्राहक जुर्माने का सामना कर सकते हैं।

Pic Social Media

HDFC बैंक के लिए मिनिमम बैलेंस

HDFC बैंक ने अपनी शाखाओं के लिए मिनिमम बैलेंस को लेकर सख्त नियम लागू किए हैं।

  • बड़े शहरों में 10,000 रुपये
  • छोटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 2500 से 5000 रुपये तक

अगर ग्राहक इन राशि को नहीं रखते हैं, तो जुर्माना लिया जा सकता है।

ICICI बैंक के लिए मिनिमम बैलेंस नियम

ICICI बैंक ने भी मिनिमम बैलेंस की लिमिट तय की है, जो ग्राहक के खाते के स्थान पर निर्भर करती है।

  • बड़े शहरों में 10,000 रुपये
  • छोटे और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 2500 से 5000 रुपये तक
  • ग्रामीण इलाकों में 1000 रुपये

ये भी पढ़ेः Driving License: RTO जाने का चक्कर खत्म..अब घर बैठे बनवाएं ड्राइविंग लाइसेंस

नियमों का पालन क्यों है जरूरी?

बैंक की तरफ से निर्धारित मिनिमम बैलेंस लिमिट (Minimum Balance Limit) का पालन न करने से जुर्माना लग सकता है और बैंक से लेन-देन में समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। यह नई व्यवस्था बैंकिंग सेवाओं के प्रभावी संचालन और ग्राहकों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से की गई है।