Gujarat: जामनगर जगुआर प्लेन क्रैश के शहीद हो गए सिद्धार्थ यादव, पढ़िए उनकी कहानी
Gujarat: गुजरात के जामनगर से बड़ी दर्दनाक खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि गुजरात के जामनगर वायुसेना स्टेशन के पास भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का जगुआर लड़ाकू विमान (Jaguar Fighter Aircraft) एक गांव में नाइट मिशन (Night Mission) के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, इस हादसे में फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव (Lt. Siddharth Yadav) का निधन हो गया। उनकी 10 दिन पहले ही सगाई हुई थी। 23 मार्च को उन्होंने दिल्ली (Delhi) की रहने वाली लड़की के साथ सगाई की थी। परिवार ने उनकी शादी की तैयारियां शुरू कर दी थी, जो आने वाले कुछ महीनों में होने वाली थी।
ये भी पढ़ेंः Kamya Mishra: 22 की उम्र में IPS, 28 में इस्तीफा, क्यों चर्चा में हैं बिहार की ‘लेडी सिंघम’ काम्या मिश्रा?
नाइट ट्रेनिंग मिशन पर थे सिद्धार्थ यादव
आपको बता दें कि युवा पायलट नाइट ट्रेनिंग मिशन पर थे, जब बुधवार को जामनगर एयरफील्ड (Jamnagar Airfield) से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान रात लगभग 9.30 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान जामनगर शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर सुवरदा गांव के पास एक खुले मैदान में जाकर गिरा और उसमें आग लग गई। इस हादसे में को-पायलट बच गया और उनका अभी अस्पताल में इलाज हो रहा है, जबकि सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए। बता दें कि हरियाणा के रेवाड़ी जिले के माजरा भालखी गांव के रहने वाले सिद्धार्थ 2017 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए थे।
रगों में दौड़ता है देशप्रेम
शहीद सिद्धार्थ यादव की रगों में देश सेवा का खून बहता था। उनके पिता सुशील कुमार एक सेवानिवृत्त भारतीय वायुसेना कर्मी हैं, वहीं उनके दादा रघुबीर सिंह और परदादा दोनों ने भारतीय सेना में सेवाएं दी हैं। अब, उनका पैतृक गांव एक वीर जवान की मौत के शोक में डूबा है। दूसरी ओर दिल्ली में रहने वाली उनकी मंगेतर जिसने उनके साथ रहने के सपने देखे थे, वो भी गहरे सदमें में है। गुरुवार सुबह एक बयान में, भारतीय वायुसेना ने कहा कि नाइट मिशन पर गए पायलटों को बुधवार रात दुर्घटना से पहले विमान में तकनीकी खराबी का अनुभव हुआ था।
ये भी पढे़ंः Young CEO: महज 18 साल की उम्र में 250 करोड़ कमाने वाले CEO से मिलिए
कमांडिंग एयर ऑफिसर ने किया फोन
सिद्धार्थ के पिता सुशील यादव (Sushil Yadav) को रात करीब 11 बजे कमांडिंग एयर ऑफिसर (Commanding Air Officer) से यह दर्दनाक खबर मिलती है। अधिकारी ने उन्हें बताया कि एक पायलट को बचा लिया गया है, लेकिन सिद्धार्थ दुर्घटना के शिकार हो गए। उन्होंने कहा कि कमांडिंग एयर ऑफिसर ने रात करीब 11 बजे फोन करके हमें इस घटना के बारे में बताया कि एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, एक पायलट को बचा लिया गया है और दूसरे पायलट, हमारे बेटे का निधन हो गया है।
सिद्धार्थ यादव को जान लीजिए
सुशील यादव अपने बेटे को एक मेधावी छात्र के रूप में याद करना चाहते हैं जिसने हमेशा परिवार को गौरवान्वित किया। सिद्धार्थ ने जनवरी 2016 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) कोर्स 135 ज्वाइन किया और कुछ दिन पहले ही 23 मार्च को उनकी शादी फाइनल हुई थी।
यादव परिवार की समृद्ध सैन्य परंपरा है। सुशील यादव खुद वायु सेना में सेवा दे चुके हैं। जबकि उनके पिता और दादा सेना में भी रह चुके हैं। सिद्धार्थ के बलिदान ने परिवार को गर्व से भर दिया है, लेकिन इसके साथ ही दुख भी है, क्योंकि वह उनका इकलौता बेटा था। सुशील यादव ने कहा कि मुझे उस पर बहुत गर्व है। उसने एक जीवन बचाते हुए अपनी जान गंवा दी, लेकिन यह दुख की बात भी है क्योंकि वह मेरा इकलौता बेटा था। गुरु गोविंद सिंह सरकारी अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. दीपक तिवारी के मुताबिक, पायलट के पैर में फ्रैक्चर हो गया था और उनका इलाज चल रहा था।
सिद्धार्थ के परिजनों और स्थानीय लोगों ने बताया कि 23 मार्च को उसकी सगाई हुई थी। 31 मार्च को वे रेवाड़ी से छुट्टी पूरी कर जामनगर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे थे। 2 दिन बाद ही जगुआर प्लेन क्रैश हादसे में शहादत की खबर सामने आई। सगाई की छुट्टी से वापस लौट कर सिद्धार्थ 2 अप्रैल को रूटीन सॉर्टी के लिए जगुआर विमान लेकर निकले थे। उनके साथ अन्य साथी मनोज कुमार सिंह भी थे। इसी दौरान विमान में कुछ खराबी आई। इसके बाद फाइटर प्लेन को सही तरीके से लैंड करने की कई कोशिश की गई, लेकिन सभी नाकाम हुई।
2 नवंबर को होनी थी शादी
सिद्धार्थ यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होने शहीद की मंगेतर सानिया भी पहुंची। इस दौरान वह पार्थिव देह को देख रोती रहीं।. सिद्धार्थ की तस्वीर देख सानिया बोली, बेबी तू आया नहीं मुझे लेने. तूने कहा था तू आएगा। सिद्धार्थ यादव और सानिया की शादी 2 नवम्बर को होनी थी। सानिया पार्थिव शरीर को देखकर बार-बार रोते हुए कहती रहीं, “प्लीज एक बार मुझे उनकी शक्ल दिखा दो” मंगेतर सानिया ने कहा कि मुझे सिद्धार्थ पर गर्व है। सिद्धार्थ की शादी 2 नवंबर को होनी थी, जिसके लिए घर में तैयारियां भी चल रहीं थीं।

सिद्धार्थ यादव जिस विमान पर सवार थे उसका नाम जगुआर है। जगुआर एक हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) बनाता है। जगुआर फाइटर जेट की कीमत मोटे तौर लगभग 20-25 मिलियन डॉलर यानी लगभग 150 से 190 करोड़ रुपये हो सकती है। अगर विमान में अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाते हैं तो इसकी कीमत बढ़ सकती है। क्षमता के हिसाब से इसे स्ट्राइक माउंट और हंटर नाम दिया गया है। जगुआर का मुख्य काम दुश्मन पर अटैक करना, हल्की बमबारी करना और भारी बम गिराना है। भारतीय वायुसेना ने इन विमानों का इस्तेमाल खास तौर पर सीमावर्ती इलाकों में किया है।

