Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित महागुन मंत्रा 1 के निवासियों ने आरोप लगाया है कि बिल्डर ने उन्हें दो साल पहले अधूरे कार्यों के साथ फ्लैट का कब्जा दे दिया। इसके अलावा, लाखों रुपए स्टैंप ड्यूटी के नाम पर प्राइवेट स्टाम्प विक्रेता के खाते में जमा करवा दिए गए, जबकि निवासियों से 9000 रुपए रजिस्ट्री खर्च के नाम पर नगद वसूले गए, जिसकी कोई रसीद नहीं दी गई।
ये भी पढ़ेः Greater Noida West: अरिहंत आर्डेन के सैकड़ों लोग डायरिया के शिकार..पंचशील हाइनिश का भी बुरा हाल

निवासियों का कहना है कि इसके बावजूद बिल्डर ने प्राधिकरण को उसके बकाए का भुगतान नहीं किया, जिससे बिल्डर को ओसी और सीसी (ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट और कंस्ट्रक्शन सर्टिफिकेट) प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं। इसके साथ ही बिल्डर ने प्राधिकरण से पास किए गए नक्शे में बदलाव कर नई बिल्डिंग बनाई है। अब बिल्डर निवासियों पर दबाव बना रहा है कि वे यह लिखकर दें कि नक्शे में बदलाव उनकी सहमति से हुआ है, लेकिन अधिकांश निवासी इसके लिए तैयार नहीं हैं।

इस विषय पर चर्चा करने के लिए आज महागुन मंत्रा 1 के क्लब हाउस में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में यह तय किया गया कि एक ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा, साथ ही उनसे हस्तक्षेप की अपील की जाएगी। इसके अलावा, महागुन के अन्य निर्माणाधीन साइटों पर प्रत्येक रविवार को सोसाइटी के सभी स्त्री, पुरुष, और बच्चे प्रदर्शन करेंगे, ताकि महागुन के नए प्रोजेक्ट की बिक्री पर असर डाला जा सके। इसका उद्देश्य यह है कि बिल्डर मजबूर होकर प्राधिकरण का बकाया जमा करे, ताकि महागुन मंत्रा 1 की रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू हो सके।
ये भी पढ़ेः Greater Noida West: सुपरटेक इकोविलेज-1 वाले..अच्छी खबर पढ़ लीजिए
बैठक में प्रमुख रूप से जे.पी. पांडेय, देवेंद्र जाखड़, राजेश कुमार, राजेश गुप्ता, प्रबल सिसौदिया, विकास गुलाटी, तुषार घोष, के.एम. चौबे, और देशराज मिलापी सहित कई निवासी मौजूद रहे।

