Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक की इस सोसायटी में बड़ा हादसा सामने आया है।
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सुपरटेक की इस सोसायटी (Society) में बड़ा हादसा सामने आया है। जहां सोसाइटी के प्ले एरिया (Play Area) में खेलने के दौरान 2 साल की एक मासूम बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। इस दर्दनाक हादसे में बच्ची की पैर की एक उंगली कटकर अलग हो गई। हादसे का कारण प्ले एरिया में लगे स्लाइडर की टूटी हुई संरचना को बताया जा रहा है, जिसे लेकर अब सोसाइटी के मेंटेनेंस प्रबंधन (Maintenance Management) पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर…

आपको बता दें कि यह मामला सुपरटेक इको विलेज-3 सोसाइटी (Supertech Eco Village-3 Society) का है। पीड़ित परिवार ए9 टावर के फ्लैट नंबर 503 में रहने वाला अमर शर्मा का है। अमर शर्मा ने कहा कि उनकी दो वर्षीय बेटी अमांसा शर्मा 13 जून को शाम के समय सोसाइटी के प्ले एरिया में खेल रही थी। इस दौरान वह अपने जूते उतारकर स्लाइडर पर चढ़ी। लेकिन स्लाइडर नीचे की तरफ से टूटा हुआ था और उसका एक नुकीला हिस्सा बाहर निकला हुआ था।
ये भी पढ़ेंः Greater Noida Authority: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के बारे में अहम जानकारी पढ़िए
खेलते-खेलते हुआ बड़ा हादसा
जब बच्ची स्लाइडर (Slider) से नीचे फिसल रही थी, तभी उसका पैर नीचे फंसा और उंगली कटकर अलग हो गई। बच्ची की चीख सुनकर परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने सर्जरी की सलाह दी, जिसे सोमवार को कराया गया। फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है, लेकिन वह चलने-फिरने में असमर्थ है और मानसिक रूप से डरी हुई है।
मेंटेनेंस पर उठे सवाल
बच्ची के परिजनों और सोसाइटी के अन्य निवासियों ने सोसाइटी प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि स्लाइडर काफी समय से टूटा हुआ था, बावजूद इसके मरम्मत नहीं करवाई गई। यही लापरवाही इस हादसे की वजह बनी। परिजनों ने मामले की शिकायत मेंटेनेंस विभाग से की है और मांग की है कि प्ले एरिया की सभी झूलों और उपकरणों की तत्काल जांच कर क्षतिग्रस्त हिस्सों को बदला जाए।
ये भी पढ़ेंः Greater Noida West: ये वीडियो देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे
बच्चों को प्ले एरिया से दूर रखने की अपील
इस घटना के बाद सोसाइटी में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता गहराती जा रही है। निवासियों ने अन्य माता-पिता से अपील की है कि जब तक उपकरणों की स्थिति पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाती, वे अपने बच्चों को स्लाइडर या झूलों पर खेलने के लिए न भेजें। सोसाइटी के लोग अब एकजुट होकर मेंटेनेंस प्रबंधन से जवाबदेही और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसा कोई हादसा दोबारा न हो।

