Greater Noida : ग्रेटर नोएडा में रहने वाले 5 लाख लोगों को सावधान करने वाली ख़बर

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के लोगों के लिए बड़ी और जरूरी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के 100 से ज्यादा बोरवेल ग्रेनो वेस्ट के अंडर ग्राउंड वॉटर को तेजी से खाली कर रहे हैं। इसका असर अब देखने को भी मिलने लगा है। आए दिन प्राधिकरण का कोई ना कोई बोरवेल (Bore Well) सूखने लगा है, जिसके बाद री-बोरिंग कर बोरवेल को और नीचे ले जाया जा रहा है। अब तक 50 से अधिक बोरवेल सूख गए हैं जिनकी री-बोरिंग की जा चुकी है। यही नहीं प्राधिकरण लगातार नए बोरवेल भी करवा रहा है। भूजल का इस प्रकार हो रहा उपयोग नहीं रुका तो ग्रेनो वेस्ट के 5 लाख फ्लैटों के निवासियों के लिए जल संकट खड़ा हो जाएगा।

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ग्रेनो वेस्ट में 100 से ज्यादा सोसाइटी में दो लाख से अधिक लोग रहते हैं। लगातार जनसंख्या बढ़ने से पानी की मांग भी बढ़ती जा रही है। प्राधिकरण भूजल की सप्लाई कर रहा है। उसके लिए ग्रेनो वेस्ट में 100 से अधिक बोरवेल हो चुके हैं। अब भी नए बोरवेल लगाने का काम हो रहा है। भूजल के लगातार दोहन से आलम यह है कि क्षेत्र में जहां पहले 90 और 100 फीट पर पानी मिल जाता था वहीं, अब 160 फीट से 180 फीट पर मिलने लगा है। बोरवेल बंद होने के कारण किसी ना किसी सोसाइटी में पानी की सप्लाई ठप्प हो जाती है। दो साल से यह समस्या बढ़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि ग्रेनो वेस्ट में कुल 5 लाख फ्लैट तैयार होंगे, जिनमें 10 लाख से अधिक लोग रहते हैं। अगर ऐसा ही रहा तो फिर ग्रेनो वेस्ट में जल संकट होगा।

पेड़ों की सिंचाई में भी भूजल को हो रहा है प्रयोग

प्राधिकरण भूजल का प्रयोग पेड़ों की सिंचाई के लिए भी कर रहा है। इसके लिए ग्रेनो वेस्ट में 60 मीटर रोड की ग्रीन बेल्ट में बोरवेल भी कराए गए हैं। जबकि एसटीपी के पानी से ग्रीन बेल्ट और पेड़ों की सिंचाई करने का नियम है, लेकिन प्राधिकरण भूजल से ही सिचाई कर रहा है।

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कुछ दिन पहले ही ऐस सिटी सोसाइटी में पानी की समस्या हुई थी। जिसकी जांच में सामने आया था कि जिस बोरवेल से सोसाइटी में पानी की सप्लाई की जाती थी उसका पानी सूख गया है। पहले बोरवेल 110 फीट पर था। अब 130 फीट पर डाला गया है। इसी तरह पाम ओलंपिया सोसाइटी के पास भी दो बोरवेल की गहराई बढ़ानी पड़ी है।
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अंकिता राय, हाइड्रोलॉजिस्ट, भूगर्भ जल विभाग ने कहा कि पेयजल की आपूर्ति के लिए बोरवेल पर रोक नहीं है, लेकिन जल स्तर नीचे जाने से प्राधिकरण के बोरवेल सूख रहे हैं। इस संबंध में प्राधिकरण से लगातार बातचीत कर समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।