Noida

Noida-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो के मुसाफिरों के लिए खुशखबरी

TOP स्टोरी Trending ग्रेटर नोएडा- वेस्ट नोएडा
Spread the love

Noida मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड जल्द ही अपनी नई परियोजना के तहत टोपोग्राफी सर्वेक्षण शुरू करने जा रहा है।

Noida-Greater Noida Aqua Line: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्का लाइन मेट्रो (Aqua Line Metro) के मुसाफिरों के लिए खुशखबरी की खबर है। बता दें कि नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NMRC) जल्द ही अपनी नई परियोजना के तहत टोपोग्राफी (Topography) सर्वेक्षण शुरू करने जा रहा है। इस सर्वे के माध्यम से जमीन की ऊंचाई, गहराई, आकार और स्थान का पता चलेगा, जिसके आधार पर परियोजना का ड्राइंग डिजाइन तैयार किया जाएगा।
ये भी पढ़ेः Noida: नोएडा में भगवान जगन्नाथ का भव्य मंदिर बनकर तैयार..ये रही डिटेल

Pic Social Media

आपको बता दें कि नोएडा मेट्रो लिंक लाइन (Noida Metro Link Line), जिसे एक्वा लाइन के नाम से भी जाना जाता है, नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण मेट्रो रेल लाइन है। यह लाइन 29.7 किलोमीटर लंबी है और इसमें 21 स्टेशन हैं। बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक इस एक्वा लिंक लाइन के मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक शुरू हो सकता है।

एक्वा लाइन और ब्लू-मजेंटा लाइन का फायदेमंद कनेक्शन

बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन (Botanical Garden Metro Station) पर एक नया स्टेशन बनेगा, जिससे ब्लू और मजेंटा लाइन के यात्रियों को फायदा होगा। नया लिंक बनने से यात्रियों को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और आसपास के सेक्टरों और सोसायटीज तक आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी। यह लिंक लाइन नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगी।

Pic Social Media

मेट्रो कॉरिडोर पर स्टेशन और सुविधाएं

इस नए मेट्रो कॉरिडोर (New Metro Corridor) पर कुल 11 स्टेशन होंगे, जिनमें बॉटेनिकल गार्डन, सेक्टर-44, नोएडा प्रशासनिक भवन, सेक्टर-97, सेक्टर-105, सेक्टर-108, सेक्टर-93 और पंचशील बालक इंटर कालेज शामिल हैं। इसका आखिरी स्टेशन सेक्टर-142 होगा, जो पहले से ही बनकर तैयार है। इस रूट की लंबाई लगभग 17.4 किलोमीटर होगी। इसके लिए अलग से टोकन काउंटर और पार्किंग की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि यात्रियों को सहूलियत मिल सके।

टोपोग्राफी सर्वे का महत्व

टोपोग्राफी सर्वे (Topography Survey) का उद्देश्य पूरे रूट की जमीन की स्थिति को समझना है। इस सर्वे में स्वायल टेस्टिंग और भूमि की ऊंचाई, गहराई, आकार और स्थान का विश्लेषण किया जाएगा। इसी के आधार पर पिलर की गहराई, ऊंचाई और फाउंडेशन की मजबूती तय की जाएगी। यह सर्वे परियोजना की सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

नए मेट्रो लिंक पर यात्री संख्या और खर्च

नए मेट्रो लिंक (New Metro Link) के चालू होने पर रोजाना लगभग 1.25 लाख लोग इसका सफर करेंगे। इस परियोजना पर करीब 2254.35 करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद टेंडर जारी किया जाएगा और इसके निर्माण का कार्य शुरू होगा। इसे बनने में करीब पांच साल का समय लग सकता है।

ये भी पढ़ेः Greater Noida West: एलिवेटेड रोड को लेकर शाहबेरी के हज़ारों लोगों को राहत

कब शुरू होगा काम?

केंद्र सरकार से मंजूरी के बाद, परियोजना के टेंडर (Tender) जारी किए जाएंगे और निर्माण कंपनी को अवॉर्ड किया जाएगा। इस प्रक्रिया में करीब छह महीने का समय लग सकता है, जिसके बाद मेट्रो निर्माण कार्य शुरू होगा।